क्या फरहान ने 'एके-47' का इशारा किया? गिल-अभिषेक ने जवाब में 'ब्रह्मोस' चलाया : दानिश कनेरिया

सारांश
Key Takeaways
- फरहान ने 'गन सेलिब्रेशन' किया।
- गिल और अभिषेक का शानदार प्रदर्शन।
- पाकिस्तान ने 171 रन बनाए थे।
- भारत ने 18.5 ओवर में जीत हासिल की।
- कनेरिया ने पाकिस्तानी टीम की हार पर टिप्पणी की।
नई दिल्ली, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 के सुपर-4 मुकाबले में भारत के खिलाफ अर्धशतक बनाने के बाद पाकिस्तानी सलामी बल्लेबाज साहिबजादा फरहान ने 'गन सेलिब्रेशन' किया। इस पर पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने बेबाकी से अपनी राय साझा की।
दानिश कनेरिया ने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "साहिबजादा फरहान ने एके-47 का इशारा किया, लेकिन उसी समय शुभमन गिल और अभिषेक शर्मा ने बल्ले से ब्रह्मोस चलाया। ऐसा ही होता है। भारतीय सलामी बल्लेबाजों का पलटवार इतना विनाशकारी था कि पाकिस्तानी खिलाड़ी हक्के-बक्के रह गए। एक तो 'धुलाई' और दूसरी 'महाधुलाई'।"
पाकिस्तान ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 171 रन बनाए। इसके जवाब में टीम इंडिया ने 18.5 ओवरों में 6 विकेट शेष रहते जीत दर्ज की।
कनेरिया ने आगे कहा, "जब आपके पास अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल जैसे सलामी बल्लेबाज हों, तो ऐसे विकेट पर उनके सामने 200 का स्कोर भी छोटा लग सकता है। दोनों ही बेहतरीन खिलाड़ी हैं।"
कनेरिया का मानना है कि इस हार के बाद पाकिस्तानी टीम बलि का बकरा खोजेगी। इस बार कनेरिया का इशारा फखर जमान की तरफ था, जिन्होंने 9 गेंदों में महज 15 रन बनाए।
फखर जमान ने पाकिस्तान को तेज शुरुआत दिलाई थी, लेकिन तीसरे ओवर में हार्दिक पांड्या की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर संजू सैमसन के दस्तानों में समा गई, जिसके बाद थर्ड अंपायर ने उनके आउट होने की पुष्टि की।
उन्होंने कहा, "अब पाकिस्तान एक और बलि का बकरा खोजेगा। फखर जमान के आउट होने पर उन्हें एक और बलि का बकरा मिल गया है। अब पाकिस्तान रोएगा और कहेगा कि वह आउट नहीं थे, लेकिन संजू सैमसन ने स्पष्ट तौर पर कैच लिया था। उनके दस्ताने साफतौर पर गेंद के नीचे थे। फिर भी पाकिस्तान इस पर रोएगा और 'संदेह के लाभ' की बात करेगा।"
एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को भारत के हाथों दूसरी बार शिकस्त झेलनी पड़ी है। इससे पहले 14 सितंबर को खेले गए मुकाबले में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को 7 विकेट से मात दी थी।