क्या फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल कार्यक्रम में पहुंचे नामी खिलाड़ी?

सारांश
Key Takeaways
- फिट इंडिया कार्यक्रम का उद्देश्य फिटनेस को बढ़ावा देना है।
- खिलाड़ियों ने सरकार की नीतियों की प्रशंसा की।
- साइकिलिंग से खिलाड़ियों को स्वास्थ्य में सुधार करने का मौका मिलता है।
- सरकार ने भत्तों और सुविधाओं में वृद्धि की है।
- इस तरह के कार्यक्रम समुदाय में जागरूकता फैलाते हैं।
नई दिल्ली, 6 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली-एनसीआर के रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) के सहयोग से 'फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल' कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों ने भाग लिया। इस अवसर पर खिलाड़ियों ने यह खुशी व्यक्त की कि सरकार अपने एथलीट्स पर काफी ध्यान दे रही है।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह सात बजे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम से हुई। साइकिल सवार इंडिया गेट सी-हेक्सागन होते हुए विजय चौक तक गए और फिर वापस मेजर ध्यानचंद स्टेडियम लौटे।
इस आयोजन के दौरान सीनियर एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट मनीषा ने 'राष्ट्र प्रेस' से कहा, "अगर हमें किसी चीज की आवश्यकता होती है, तो वह तुरंत मिल जाती है। अगर हमें सुविधाएं नहीं मिलेंगी, तो हम खेलों में कैसे हिस्सा ले सकते हैं। सरकार की खेल नीति बहुत अच्छी है और हमें इससे काफी मदद मिल रही है। अब हमें मानसिक रूप से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।"
वहीं, अंडर-23 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप की गोल्ड मेडलिस्ट नीलम सिरोही ने 'राष्ट्र प्रेस' को बताया, "फिट इंडिया के साथ जुड़कर बहुत अच्छा अनुभव हुआ। हमने साइकिलिंग और योग किया। सरकार हमें प्रोत्साहन देने के लिए बहुत प्रयास कर रही है। अभी दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 'साई' की तरफ से हमारा कैंप चल रहा है, जिससे हमें बेहतरीन ट्रेनिंग और डाइट मिल रही है।"
अंडर-20 एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप-2024 में सिल्वर पदक जीत चुकीं सारिका मलिक ने 'राष्ट्र प्रेस' से कहा, "फिट इंडिया साइकलिंग से जुड़कर बहुत अच्छा लग रहा है। सरकार ने फिटनेस को लेकर बेहतरीन पहल की है। हम इसका हिस्सा बनकर गर्व महसूस कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "सरकार खेलों पर इतना ध्यान दे रही है, जो बहुत अच्छी बात है। खिलाड़ियों का भी ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए हम सरकार की सराहना करना चाहेंगे। कोच की सैलरी, हमारी डाइट और किट आदि के लिए मिलने वाले भत्तों में भी वृद्धि की गई है।"