क्या एआईएफएफ फुटबॉल की तकदीर संवारने के लिए इन टूर्नामेंट्स का आयोजन कर रही है?
सारांश
Key Takeaways
- फुटबॉल भारत में एक विकासशील खेल है।
- एआईएफएफ विभिन्न टूर्नामेंट आयोजित करता है।
- संतोष ट्रॉफी और डूरंड कप महत्वपूर्ण हैं।
- इंडियन सुपर लीग ने क्रांति लाने का कार्य किया है।
- भारत की फीफा रैंकिंग 136 है।
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। फुटबॉल विश्व का सबसे प्रसिद्ध खेल है। इस खेल में जितनी धन और प्रतिष्ठा है, उतनी किसी अन्य खेल में नहीं है। भारत में, यह खेल वर्तमान में विकासशील अवस्था में है। भारतीय फुटबॉल अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों से बहुत पीछे है, क्योंकि हमारी टीम आमतौर पर क्वालीफाई नहीं कर पाती। बाइचुंग भूटिया और सुनील छेत्री जैसे खिलाड़ियों ने इस खेल में जान डालने का प्रयास किया है, लेकिन फुटबॉल को क्रिकेट और बैडमिंटन के स्तर पर लाने में अभी भी काफी समय लगेगा।
भारत में फुटबॉल का संचालन अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन (एआईएफएफ) द्वारा किया जाता है। इस खेल को मजबूत करने के लिए, यह संस्था कई टूर्नामेंट का आयोजन करती है ताकि खिलाड़ी अपने कौशल को निखार सकें और अंतर्राष्ट्रीय मैचों के लिए तैयार हो सकें।
एआईएफएफ सीनियर स्तर पर इन टूर्नामेंट्स का आयोजन करती है।
संतोष ट्रॉफी: यह भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप है, जिसमें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की टीमें भाग लेती हैं। संतोष ट्रॉफी का आयोजन प्रतिवर्ष 1941 से किया जा रहा है। पश्चिम बंगाल 32 खिताबों के साथ इस चैंपियनशिप की सबसे सफल टीम है।
डूरंड कप: यह एशिया का सबसे पुराना और विश्व का तीसरा सबसे पुराना फुटबॉल टूर्नामेंट है। इसकी शुरुआत 1988 में हुई थी। इस टूर्नामेंट में भारतीय क्लब और सशस्त्र बलों की टीमें भाग लेती हैं। 2025 में आयोजित संस्करण में 24 टीमों ने भाग लिया था।
इंडियन सुपर लीग: यह भारत की शीर्ष पेशेवर फुटबॉल लीग है, जिसकी स्थापना 2013 में हुई। इसका पहला सीजन 2014 में खेला गया। इस लीग में 14 क्लब शामिल हैं। इंडियन सुपर लीग ने निश्चित रूप से देश में फुटबॉल के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने का कार्य किया है और पेशेवर फुटबॉलरों के लिए एक बड़ा मंच प्रदान किया है।
आई-लीग और आई-लीग द्वितीय डिवीजन: आई-लीग उच्च स्तर की लीग है, जिसमें 12-13 टीमें खेलती हैं। इसका उद्देश्य राष्ट्रीय टीम के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना है। वहीं, आई-लीग 2 में 14 से 18 टीमें खेलती हैं, जिसका स्तर आई-लीग से कम होता है। इसका लक्ष्य क्लबों के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना है।
सुपर कप: यह टूर्नामेंट इंडियन सुपर लीग और आई-लीग के बीच वार्षिक रूप से नॉकआउट फॉर्मेट में खेला जाता है।
इन टूर्नामेंट्स के माध्यम से अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल को एक मजबूत और लोकप्रिय खेल बनाने का प्रयास कर रहा है। हालांकि, मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए, एआईएफएफ को इस खेल को क्रिकेट के समकक्ष लाने और भारतीय फुटबॉल टीम को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मजबूत और प्रतिस्पर्धी टीम में बदलने के लिए कई महत्वपूर्ण और क्रांतिकारी कदम उठाने होंगे। इसमें खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं, वित्तीय सहायता, और सुरक्षित भविष्य की गारंटी देने जैसे कदम शामिल किए जा सकते हैं। वर्तमान में, भारत की फीफा रैंकिंग 136 है।