क्या हमारी महिलाएं भी पुरुष टीम की तरह प्रभावशाली प्रदर्शन कर रही हैं? : कोच सुखविंदर टिंकू
सारांश
Key Takeaways
- महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व कप जीता।
- सुखविंदर टिंकू ने महिलाओं के प्रदर्शन की प्रशंसा की।
- खेल में संतुलन और प्रतिस्पर्धा बढ़ी है।
- यह जीत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी।
- महिलाएं किसी से कम नहीं हैं।
नई दिल्ली, 3 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत ने महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 के फाइनल में साउथ अफ्रीका को हराकर पहली बार ट्रॉफी जीती है। शुभमन गिल के बचपन के कोच सुखविंदर टिंकू का मानना है कि भारतीय महिला खिलाड़ी भी पुरुष टीम की तरह प्रभावशाली प्रदर्शन कर रही हैं।
सुखविंदर टिंकू ने कहा, "मैं पहले पूरे भारत को बधाई देना चाहता हूं। हमारी भारतीय टीम, चाहे वह पुरुष हो या महिला, हमेशा भारत को जीताने के लिए समर्थन करती है। हमारी महिलाएं भी पुरुष टीम की तरह ही प्रभावशाली प्रदर्शन कर रही हैं। भारतीय टीम को और सभी को हार्दिक बधाई।"
क्रिकेटर अमनजोत कौर के कोच नागेश गुप्ता ने बताया, "मैं अमनजोत को 2016 से कोचिंग दे रहा हूं। वह एक ऑलराउंडर हैं और उन्होंने विश्व कप में अपनी गेंदबाजी, बल्लेबाजी और फील्डिंग से सभी को प्रभावित किया है। पंजाब के क्रिकेटर हमेशा जुझारू होते हैं। चाहे वह हरमनप्रीत कौर हों या अमनजोत।"
उन्होंने भारतीय टीम की प्रशंसा करते हुए कहा, "यह एक संतुलित टीम थी। सभी खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया। जब तक साउथ अफ्रीकी कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट क्रीज पर थीं, तब तक मैच काफी क्लोज था, लेकिन उनके आउट होने के बाद मैच भारत की पकड़ में आ गया। यह जीत भारतीय क्रिकेट में सकारात्मक बदलाव लाएगी।"
पश्चिम बंगाल की महिला क्रिकेटर तिथि दास ने शेफाली वर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा, "पूरी महिला टीम ने खिताब जीतने के लिए कड़ी मेहनत की। शेफाली इस विश्व कप सेमीफाइनल में पहली बार खेलीं और फाइनल में उन्होंने खुद को साबित किया। रविवार को उनका दिन था। दीप्ति शर्मा ने भी 5 विकेट लेकर अपना काम पूरा किया। यह खिताबी जीत भारत की लड़कियों को इस खेल के लिए प्रेरित करेगी। लड़कियां किसी से कम नहीं हैं।"
भारत ने नवी मुंबई में खेले गए खिताबी मुकाबले में 7 विकेट खोकर 298 रन बनाए। इसके जवाब में साउथ अफ्रीकी टीम ने 45.3 ओवर में महज 246 रन बनाए। इसी के साथ भारत ने 52 रन से खिताब अपने नाम कर लिया।