क्या ईश्वर मेरे प्रति दयालु रहे हैं? वापसी पर खुश हैं ऋषभ पंत
सारांश
Key Takeaways
- ईश्वर पर विश्वास और आभार
- चोट के बाद वापसी
- फॉर्म और फिटनेस पर ध्यान केंद्रित करना
- कड़ी मेहनत और अनुशासन का महत्व
- सीखने की इच्छा
कोलकाता, 13 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत, जो इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए सीरीज के चौथे टेस्ट में चोटिल हुए थे, लगभग 4 महीने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से बाहर रहे। अब, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज से पंत एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं। उनकी वापसी पर युवा विकेटकीपर बल्लेबाज बेहद खुश नजर आए और इसके लिए उन्होंने ईश्वर का धन्यवाद अदा किया।
बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में ऋषभ पंत ने कहा, "चोट के बाद वापसी करना कभी आसान नहीं होता। लेकिन, ईश्वर हमेशा मेरे प्रति दयालु रहे हैं और उन्होंने मुझे हमेशा आशीर्वाद दिया है। इसके लिए मैं हमेशा ईश्वर का आभारी रहने की कोशिश करता हूं। जब भी मैं मैदान पर उतरता हूं, हमेशा ऊपर देखता हूं और ईश्वर, अपने माता-पिता, अपने परिवार, सभी का धन्यवाद करता हूं।"
ऋषभ पंत ने आगे कहा, "जो चीज़ें नियंत्रण में हैं, मैं उन पर ध्यान केंद्रित करता हूं। भाग्य पर आप नियंत्रण नहीं कर सकते। इसलिए, मैं इसके बारे में सोचने की कोशिश नहीं करता। ऐसे कई कारक होते हैं जिन पर हम ध्यान नहीं देते। लेकिन यदि आप अपने ध्यान को उन चीज़ों पर केंद्रित कर सकें जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं, तो आपको खुशी मिलेगी।"
उन्होंने कहा, "हमें कड़ी मेहनत करनी चाहिए और विषम परिस्थितियों में भी अनुशासित रहना चाहिए। हमें हमेशा सीखने के लिए तैयार रहना चाहिए और जो कर रहे हैं उसे करते हुए हर पल का आनंद लेना चाहिए।"
ऋषभ पंत ने इंजरी के बाद दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ 4 दिवसीय मैचों की सीरीज से क्रिकेट में वापसी की। बेंगलुरु में खेले गए मुकाबलों में पंत की फॉर्म और फिटनेस शानदार रही।