क्या जड्डू की बॉडी लैंग्वेज शानदार थी, उन्होंने सोच-समझकर जोखिम उठाया?

सारांश
Key Takeaways
- जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले दिन 41 रन बनाकर नाबाद रहे।
- वरुण आरोन ने जडेजा की बॉडी लैंग्वेज को सराहा।
- जडेजा ने सोच-समझकर जोखिम उठाया।
- भारत ने दो स्पिनर्स को अंतिम पारी के लिए चुना।
- जडेजा और सुंदर की जोड़ी को एक सुनहरा मौका मिला।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। रविंद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पहले दिन 41 रन बनाकर नाबाद रहने का शानदार प्रदर्शन किया। पूर्व तेज गेंदबाज वरुण आरोन ने ऑलराउंडर जडेजा की तारीफ की है। वरुण का मानना है कि जड्डू ने पहले दिन सोच-समझकर जोखिम उठाया।
आरोन ने जियो-हॉटस्टार पर कहा, "मेरे हिसाब से जड्डू की बॉडी लैंग्वेज अद्भुत थी। वह पहली गेंद से ही स्ट्राइक रोटेट करने, अपने इरादे को स्पष्ट करने और क्रीज पर सक्रिय रहने का प्रयास कर रहे थे। वह सिर्फ गेंद-दर-गेंद खेलने की कोशिश नहीं कर रहे थे, बल्कि उन्होंने प्रभावशाली क्रिकेट खेलने का इरादा किया।"
उन्होंने आगे कहा, "सबसे महत्वपूर्ण यह था कि उन्होंने बशीर के सामने किस तरह से खेला। आमतौर पर, वह उन्हें सावधानी से खेलते थे, लेकिन पहले दिन उन्होंने सोच-समझकर जोखिम उठाया। यही बात मायने रखती है। जडेजा ने सुनिश्चित किया कि स्कोरबोर्ड सक्रिय रहे। जब आप रविंद्र जडेजा के रूप में निचले क्रम का मार्गदर्शन कर रहे होते हैं, तो आप मजबूत होना चाहते हैं, लेकिन थोड़ी आक्रामकता भी लाना जरूरी है।"
आरोन का मानना है कि टेस्ट की अंतिम पारी में गेंदबाजी करना जडेजा और वाशिंगटन सुंदर की स्पिन जोड़ी के लिए एक गोल्डन चांस साबित होगा।
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा, "अभी भी काम बाकी है, लेकिन चीजें अच्छी दिख रही हैं। जब मिडिल ऑर्डर की बात आती है, तो अंतिम पारी में चयन पर सवाल उठ सकता है। भारत इस पिच पर चौथे नंबर पर गेंदबाजी के लिए तैयार है, और उन्होंने दो स्पिनर्स को चुना है।"
उन्होंने कहा, "लीड्स में जडेजा रफ का ठीक से उपयोग नहीं कर पाए थे, जिसका खामियाजा भारत को भुगतना पड़ सकता था, लेकिन अब उनके पास वाशिंगटन सुंदर का समर्थन है। साथ ही विपक्षी टीम में दो महत्वपूर्ण बाएं हाथ के बल्लेबाज डकैट और स्टोक्स हैं, तो यह एक सुनहरा अवसर है। यह एक परिवर्तन का दौर है। खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करने का मौका है। गेंद अब उनके पाले में है।"