क्या चोटिल पंत के खिलाफ स्टोक्स की यॉर्कर गेंदबाजी नैतिक थी?

सारांश
Key Takeaways
- पंत ने चोट के बावजूद खेल में वापसी की।
- पनेसर ने स्टोक्स की रणनीति पर सवाल उठाया।
- खिलाड़ियों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है।
- खेल की भावना को बनाए रखना चाहिए।
- इंग्लैंड ने भारत से 133 रन पीछे है।
नई दिल्ली, 25 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने कप्तान बेन स्टोक्स की रणनीति पर सवाल उठाया है, विशेषकर जब उन्होंने ऋषभ पंत को यॉर्कर गेंदबाजी की, जबकि वह चोट के बावजूद मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में चौथे टेस्ट के दूसरे दिन बल्लेबाजी के लिए आए।
पहले दिन के आखिरी सत्र में क्रिस वोक्स की गेंद पर दाहिने पैर के अंगूठे में चोट लगने के बाद 37 रन पर रिटायर्ड हर्ट हुए पंत, दाहिने पैर में फ्रैक्चर की खबरों के बावजूद पुनः बल्लेबाजी के लिए आए। सिंगल पूरा करते समय वह स्पष्ट रूप से असहज दिख रहे थे।
दोबारा बल्लेबाजी करने उतरे भारतीय उप-कप्तान का दर्शकों ने जोरदार स्वागत किया। पनेसर सहित पूर्व क्रिकेटरों ने उनकी प्रशंसा की, लेकिन उन्होंने स्टोक्स की आलोचना की। स्टोक्स ने पंत को लगातार उनके पैर के पास यॉर्कर फेंकी, जबकि वह पहले से ही दर्द से जूझ रहे थे।
पनेसर ने कहा, "मुझे लगता है कि वह बहुत बहादुर हैं, और यह बहुत जोखिम भरा है क्योंकि आप नहीं चाहते कि वह और अधिक चोटिल हो जाएं।"
उन्होंने आगे कहा, "उसने शानदार प्रदर्शन किया है, और बहादुरी दिखाई है। यह संभवतः वैसा ही है जैसा अनिल कुंबले के जबड़े में फ्रैक्चर हुआ था।"
पनेसर ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "मुझे नहीं पता कि क्या बेन स्टोक्स का पंत को इतने यॉर्कर फेंकना नैतिक था, जबकि उसके पैर का अंगूठा पहले ही फ्रैक्चर हो चुका था। यह एक सवालिया निशान है।"
पंत ने टेस्ट के दूसरे दिन अपने स्कोर में 17 रन जोड़े और 54 रनों की जबरदस्त पारी खेलकर भारत का पहली पारी का स्कोर 358 रन तक पहुंचाया।
जवाब में, बेन डकेट और जैक क्रॉली के अर्धशतकों की बदौलत इंग्लैंड ने स्टंप्स तक 46 ओवर में 2 विकेट पर 225 रन बना लिए। इंग्लैंड भारत से महज 133 रन ही पीछे है।