क्या मिजोरम राज्य मुक्केबाजी चैम्पियनशिप रद्द कर दी गई है?

सारांश
Key Takeaways
- मिजोरम राज्य खेल परिषद ने चैंपियनशिप रद्द की।
- महिला मुक्केबाजों का विवाद सामने आया।
- बाल अधिकारों का उल्लंघन करने का आरोप।
- मामले की गहन जांच चल रही है।
- सेरछिप जिला संघ का विरोध स्पष्ट है।
आइजोल, २४ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मिजोरम राज्य खेल परिषद (एमएसएससी) ने मिज़ोरम राज्य मुक्केबाजी चैंपियनशिप की ४४वीं आवृत्ति को रद्द करने का निर्णय लिया है।
परिषद ने मिज़ोरम मुक्केबाजी संघ से तीन महिला मुक्केबाजों को प्रतियोगिता से बाहर करने के निर्णय पर स्पष्टीकरण मांगा है। यह कदम एक व्यापक विवाद और आलोचना के बाद उठाया गया है।
एमएसएससी ने आज एक पत्र में सवाल किया कि क्यों पॉक्सो मामले से संबंधित पीड़ित मुक्केबाजों को प्रतिस्पर्धा से रोका गया। यह मामला तब और गंभीर हो गया जब यह पता चला कि जेल में बंद और पॉक्सो अधिनियम के तहत आरोपी एमआईजेडबीए के अध्यक्ष टी. लालथलेंगलियाना के खिलाफ कार्रवाई के बावजूद यह निर्णय लिया गया।
सेरछिप जिला मुक्केबाजी संघ ने एमआईजेडबीए के इस कदम का कड़ा विरोध किया है। उन पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एथलीटों के अधिकारों की रक्षा करने के बजाय आरोपी का समर्थन किया और विरोधस्वरूप अपने सभी मुक्केबाजों को चैंपियनशिप से वापस बुला लिया।
मिज़ोरम राज्य खेल परिषद ने कहा कि वे इस मामले की गहन जांच कर रहे हैं और यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि क्या मुक्केबाजों का बहिष्कार बाल अधिकारों का उल्लंघन करता है। परिषद ने सूचनाओं की दोबारा जांच प्रारंभ कर दी है। साथ ही, मिज़ोरम की बाल कल्याण समिति ने भी एमएसएससी से इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण मांगा है और शीघ्र समाधान की मांग की है।
अधिकारी बताते हैं कि जब तक मामला पूरी तरह स्पष्ट नहीं होता, तब तक चैंपियनशिप को स्थगित रखना आवश्यक है। इस विवाद ने मिज़ोरम के खेल जगत में हलचल मचा दी है और खेल प्रशासन पर सवाल उठाए हैं।