क्या नेत्रहीन टी20 विश्व कप 2012 में भारत ने पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना?
सारांश
Key Takeaways
- भारत ने 2012 में नेत्रहीन टी20 विश्व कप जीता।
- फाइनल में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को हराया।
- केतन भाई ने फाइनल में शानदार पारी खेली।
- इस टूर्नामेंट में नौ टीमों ने भाग लिया था।
- मैच का प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ था।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और पाकिस्तान के बीच खेल के मैदान पर हमेशा रोमांच और संघर्ष देखने को मिलता है। कोई भी खेल हो, रोमांच की कमी नहीं होती। भारत के सामने पाकिस्तान टीम हर बार उन्नीस साबित होती है। टी20 विश्व कप 2007 का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में हुआ था।
यह पहला आईसीसी टी20 विश्व कप था, जिसमें भारत और पाकिस्तान का फाइनल मुकाबला हुआ। भारतीय टीम ने उस टूर्नामेंट में चैंपियन बनने का गौरव प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता ने टी20 क्रिकेट में नई जान फूंकी। टी20 विश्व कप 2007 के ठीक 5 वर्ष बाद, 2012 में भारत में पहला नेत्रहीन टी20 विश्व कप आयोजित हुआ। इस ऐतिहासिक टूर्नामेंट का फाइनल बेंगलुरु में भारत और पाकिस्तान के बीच हुआ, जहाँ भारतीय टीम ने 29 रन से जीत हासिल की।
फाइनल मुकाबला 13 दिसंबर को खेला गया, जिसमें सेंट्रल कॉलेज ग्राउंड पर भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 8 विकेट पर 258 रन बनाए। केतन भाई ने 43 गेंदों पर 98 रन की शानदार पारी खेली, लेकिन वह 2 रन से शतक से चूक गए।
पाकिस्तान 229 रन बना सकी और भारत ने 29 रन से यह मुकाबला जीतकर पहले नेत्रहीन टी20 विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया। पाकिस्तान पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारी थी, लेकिन फाइनल में भारतीय टीम ने उसे हराकर इतिहास रचा।
12 दिन तक चले इस टूर्नामेंट में नौ टीमों ने भाग लिया। मैचों का प्रसारण दूरदर्शन पर हुआ और चीयरलीडर्स की उपस्थिति ने इसे और भी रोमांचक बना दिया। बाउंड्री के पास रेडियो जॉकी अपडेट देने के लिए उपस्थित थे। स्थानीय कलाकारों को भी आमंत्रित किया गया था। फाइनल मुकाबले को देखने के लिए लगभग 4,000 दर्शक पहुंचे थे। चैंपियन बनने के बाद भारतीय टीम के खिलाड़ियों को दर्शकों ने गले लगा लिया।