क्या पर्थ ऑस्ट्रेलिया के लिए भाग्यशाली साबित होगा, इंग्लैंड के खिलाफ इकलौती हार का सच?
सारांश
Key Takeaways
- पर्थ में ऑस्ट्रेलिया का टेस्ट रिकॉर्ड शानदार है।
- इंग्लैंड के लिए यह टेस्ट चुनौतीपूर्ण होगा।
- मार्नस लाबुशेन ने पर्थ में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
नई दिल्ली, 20 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पर्थ में 21 नवंबर से एशेज (2025-26) का पहला टेस्ट मैच आयोजित किया जाएगा। अपनी ज़मीन पर ऑस्ट्रेलिया हमेशा किसी भी विरोधी टीम के लिए एक बड़ा खतरा साबित होती है। लेकिन पर्थ इस टीम के लिए खास महत्व रखता है। ऑस्ट्रेलिया ने इस स्थान पर केवल एक टेस्ट मैच हारने का रिकॉर्ड कायम किया है। इसलिए शुक्रवार से शुरू हो रहा यह मुकाबला इंग्लैंड के लिए आसान नहीं होने वाला।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट क्रिकेट का एक समृद्ध और गौरवशाली इतिहास रहा है। एशेज सीरीज 1882 से खेली जा रही है, और हर दो साल पर इसका आयोजन होता है। यह श्रृंखला कभी इंग्लैंड में और कभी ऑस्ट्रेलिया में आयोजित की जाती है। दोनों देशों के बीच 361 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें से ऑस्ट्रेलिया ने 152 और इंग्लैंड ने 112 जीते हैं। 97 टेस्ट ड्रा हुए हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड पर्थ में पहली बार टेस्ट मैच खेलेंगे।
पर्थ टेस्ट इंग्लैंड के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण होगा, क्योंकि इस स्थान पर ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन शानदार रहा है। ऑस्ट्रेलिया ने पर्थ में केवल एक मैच गंवाया है, और उसे हराने वाली इकलौती टीम भारत है, जिसने 2024 में ऑस्ट्रेलिया को पर्थ में हराया था। इसके अलावा, ऑस्ट्रेलिया ने भारत (2018), पाकिस्तान (2023), वेस्टइंडीज (2022), और न्यूजीलैंड (2019) के खिलाफ पर्थ में टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है। पर्थ में पहला टेस्ट ऑस्ट्रेलिया ने 2018 में भारत के खिलाफ खेला था। भारत और ऑस्ट्रेलिया इस स्थान पर 2 बार आमने-सामने आ चुके हैं और दोनों ने 1-1 बार जीत हासिल की है।
पर्थ में ऑस्ट्रेलिया का सर्वाधिक स्कोर 4 विकेट पर 598 है। मार्नस लाबुशेन ने 4 टेस्ट मैचों में 3 शतकों के साथ 524 रन बनाकर इस स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर बने हैं। 5 टेस्ट मैचों में नाथन लियोन ने 29 विकेट लेकर शीर्ष गेंदबाज का खिताब जीता है।