क्या रायपुर वनडे में दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का सही फैसला किया?
सारांश
Key Takeaways
- टॉस जीतने का महत्व: टॉस हर मैच का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
- दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी रणनीति: ओस की उम्मीद के साथ गेंदबाजी का फैसला।
- भारतीय टीम की स्थिरता: प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं।
- पिछला मैच: भारत ने रांची में जीत दर्ज की थी।
- खिलाड़ियों पर ध्यान: रोहित और विराट पर सबकी नजरें।
रायपुर, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला आज खेला जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान टेंबा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का निर्णय लिया है। यह भारतीय टीम के लिए लगातार 20वां मैच है जिसमें उन्होंने टॉस गंवाया है।
बावुमा ने टॉस जीतने के बाद कहा, "हम गेंदबाजी करेंगे। हमें उम्मीद है कि जैसे-जैसे ओस पड़ेगी, बल्लेबाजी आसान हो जाएगी। यह कहना बहुत मुश्किल है कि खेल कैसा होगा। पिछले मैच से हमें कई सकारात्मक बातें मिली हैं। हमें एक अच्छी शुरुआत करनी होगी। टीम में तीन बदलाव किए गए हैं। मैं, केशव और एनगिडी आए हैं। यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण मैच है।"
केएल राहुल ने कहा, "हमने लंबे समय से टॉस नहीं जीता है। पिछले गेम में हमने प्रदर्शन अच्छा किया। उन्होंने हमें चुनौती दी, और हम जानते हैं कि हमें क्या उम्मीद करनी चाहिए। सीरीज से पहले, हमने इस बारे में चर्चा की थी, हम ओस की उम्मीद कर रहे हैं। हम रन बनाने और जल्दी विकेट लेने की कोशिश करेंगे। विकेट अच्छी दिख रही है। टीम में कोई बदलाव नहीं है।"
भारतीय टीम ने रांची में खेले गए मैच को 17 रन से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की थी। टीम इंडिया इस मैच को जीतकर सीरीज जीतना चाहेगी। वहीं, दक्षिण अफ्रीका इस मैच को जीतकर सीरीज में वापसी की कोशिश करेगी।
रायपुर में एक बार फिर रोहित शर्मा और विराट कोहली पर सबकी नजरें होंगी। पिछले मैच में विराट ने 135 और रोहित ने 57 रन की शानदार पारी खेली थी।
भारत की प्लेइंग इलेवन:
यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़, वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, हर्षित राणा, कुलदीप यादव, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा
दक्षिण अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन:
क्विंटन डी कॉक (विकेटकीपर), एडेन मार्करम, टेम्बा बावुमा (कप्तान), मैथ्यू ब्रीट्जके, टोनी डी जोरजी, डेवाल्ड ब्रेविस, मार्को जेनसन, कॉर्बिन बॉश, केशव महाराज, नंद्रे बर्गर, लुंगी एंगिडी