क्या ऋषभ पंत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ निराश किया?
सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत का दक्षिण अफ्रीका में निराशाजनक प्रदर्शन
- 4 पारियों में केवल 49 रन बनाना
- कप्तान के तौर पर जिम्मेदारी का अहसास
- टीम को उनकी धैर्य की जरूरत
- टेस्ट क्रिकेट में अभ्यास की आवश्यकता
गुवाहाटी, 26 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। इंग्लैंड के दौरे के दौरान मैनचेस्टर टेस्ट में चोटिल हुए ऋषभ पंत ने दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी। लेकिन उनकी यह वापसी बेहद निराशाजनक साबित हुई।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में ऋषभ पंत का आगमन उपकप्तान और wicketkeeper बल्लेबाज के रूप में हुआ था, लेकिन कोलकाता में पहले टेस्ट में शुभमन गिल की चोट के बाद से उन्होंने कप्तान की भूमिका निभाई।
ऋषभ पंत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2 टेस्ट मैचों की सीरीज में कप्तान और बल्लेबाज के रूप में पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं।
कोलकाता टेस्ट की पहली पारी में पंत ने 27 और दूसरी पारी में 2 रन बनाएं। गुवाहाटी टेस्ट, जो उनके लिए बतौर कप्तान पहला आधिकारिक टेस्ट था, में भी उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा। गुवाहाटी टेस्ट की पहली पारी में पंत ने 7 और दूसरी पारी में 13 रन बनाए, जिससे उन्होंने कुल मिलाकर दक्षिण अफ्रीका टेस्ट सीरीज में 4 पारियों में सिर्फ 49 रन बनाए।
ऋषभ पंत मौजूदा स्क्वाड के सबसे अनुभवी बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। उनसे टीम को धैर्य के साथ बड़ी पारियों की उम्मीद थी, लेकिन पंत हर बार निराश करते रहे। उनकी बल्लेबाजी में ऐसा लगा कि वह टेस्ट क्रिकेट में खेलने नहीं आए हैं। पंत एक आक्रामक बल्लेबाज हैं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में धैर्य और संगठन की आवश्यकता होती है, जिसमें वह असफल रहे।