क्या रॉबिन उथप्पा विश्व कप विजेता हैं, जिन्होंने करियर में उतार-चढ़ाव देखे?
सारांश
Key Takeaways
- रॉबिन उथप्पा की मेहनत ने उन्हें सफलता दिलाई।
- टी20 विश्व कप 2007 के विजेता खिलाड़ी।
- घरेलू क्रिकेट में 22 शतक लगाकर खुद को साबित किया।
- आईपीएल में 4,952 रन बनाने वाले खिलाड़ी।
- आक्रामक बल्लेबाजी और तकनीक का मेल।
नई दिल्ली, 10 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और शानदार स्ट्रोकप्ले के लिए प्रसिद्ध रॉबिन उथप्पा ने भारत के लिए सीमित ओवरों का क्रिकेट खेला। टी20 विश्व कप 2007 के विजेता उथप्पा ने घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए युवाओं के लिए एक आदर्श उदाहरण पेश किया।
11 नवंबर 1985 को कर्नाटक में जन्मे रॉबिन वेणु उथप्पा ने 2005 में चैलेंजर ट्रॉफी में सभी का ध्यान आकर्षित किया था। उन्होंने जहीर खान, मुरली कार्तिक और आरपी सिंह जैसे गेंदबाजों के विरुद्ध 66 रन की शानदार पारी खेली। अगले वर्ष उन्होंने इंडिया-बी के लिए 93 गेंदों में एक मैच जिताऊ शतक बनाया।
उथप्पा को अगले वर्ष इसका इनाम मिला जब उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ इंदौर में अपने वनडे डेब्यू में 86 रन की पारी खेली।
वह 2007 में टी20 विश्व कप विजेता टीम का महत्वपूर्ण हिस्सा रहे, लेकिन 2008 में उनके करियर का ग्राफ गिरने लगा। उस वर्ष उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में औसत 20 से भी कम रह गया, जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
हालांकि, रॉबिन उथप्पा ने अपनी खामियों में सुधार जारी रखा। उन्होंने आईपीएल 2009/10 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) के लिए 374 रन बनाए। अगले दो सीजन में पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए 264 और 405 रन बनाए।
2013-14 में, कर्नाटक की टीम ने रणजी ट्रॉफी, ईरानी कप और विजय हजारे ट्रॉफी जीती, जिसमें उथप्पा का बड़ा योगदान था।
आईपीएल 2014 उथप्पा के लिए बेहद खास रहा। कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेलते हुए उन्होंने 16 मुकाबलों में 44 की औसत से 660 रन बनाकर टीम को खिताब जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उनकी मेहनत का फल मिला और 2014 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें भारतीय वनडे टीम में स्थान मिला। उन्होंने एक अर्धशतक जमाया, लेकिन अगले 7 मुकाबलों में वह खासा प्रभावित नहीं कर सके। 2015 में उनके अंतरराष्ट्रीय करियर पर पूर्ण विराम लगा।
हालांकि, उन्होंने 2019 तक आईपीएल में केकेआर के लिए एक मजबूत खिलाड़ी बने रहे, उसके बाद उन्होंने तीन साल राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेला।
रॉबिन उथप्पा ने भारत के लिए सीमित ओवरों में 46 वनडे में 25.94 की औसत से 934 रन और 13 टी20 में 249 रन बनाए। उनके आईपीएल करियर में 205 मुकाबलों में 27.51 की औसत से 4,952 रन हैं।
हालांकि उथप्पा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ज्यादा मौके नहीं मिले, लेकिन उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपनी क्षमता साबित की है। फर्स्ट क्लास करियर में 22 शतक के साथ 9,446 रन बनाने वाले उथप्पा ने लिस्ट-ए मुकाबलों में 35.31 की औसत से 6,534 रन जुटाए।
उथप्पा ने अपने करियर में मेहनत, अनुशासन और खेल भावना का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। उनकी बल्लेबाजी में संतुलित तकनीक और आक्रामकता का अनूठा मेल उन्हें एक आदर्श क्रिकेटर बनाता है।