क्या वनडे विश्व कप 2027 के लिए रोहित और विराट की फॉर्म और फिटनेस अहम हैं?

सारांश
Key Takeaways
- रोहित शर्मा और विराट कोहली की फिटनेस बहुत महत्वपूर्ण है।
- सीनियर्स का अनुभव युवा खिलाड़ियों के लिए मददगार होता है।
- अच्छा प्रदर्शन बनाए रखने के लिए नियमित अभ्यास आवश्यक है।
- भारतीय टीम की फिटनेस पर ध्यान देना आवश्यक है।
- बातचीत से खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है।
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने कहा है कि वह रोहित शर्मा और विराट कोहली को वनडे विश्व कप 2027 में खेलते हुए देखना चाहते हैं। लेकिन, इसके लिए दोनों को अपनी फिटनेस को बनाए रखने के साथ-साथ नियमित रूप से अच्छा प्रदर्शन करना होगा।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रविवार से वनडे सीरीज शुरू हो रही है। तीन वनडे मैचों की इस सीरीज से रोहित शर्मा और विराट कोहली सात महीने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं। दोनों ने आखिरी बार मार्च में 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिस्सा लिया था। अमित मिश्रा का मानना है कि भारतीय टीम इस सीरीज में जीत हासिल करेगी और इस जीत में रोहित और विराट का अनुभव भारतीय टीम के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए अमित मिश्रा ने कहा, "मुझे लगता है कि भारतीय टीम सीरीज जीतेगी। मैं भारतीय टीम का समर्थक हूं और चाहता हूं कि भारत जीते। रोहित शर्मा और विराट कोहली का होना भारतीय टीम के लिए सकारात्मक बात है। वे सीनियर हैं, लेकिन मैं चाहता हूं कि वे भारतीय टीम के लिए यथासंभव लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन करें। मैं चाहता हूं कि वे विश्व कप में भी शामिल हों। जब विश्व कप में दबाव होता है, तो युवा खिलाड़ियों को अपने अनुभवी खिलाड़ियों से भरपूर समर्थन मिलता है।"
मिश्रा ने कहा, "रोहित और विराट का वनडे में लंबे समय तक खेलना उनकी फिटनेस और लगातार अच्छे प्रदर्शन पर निर्भर करेगा। मैंने पहले भी कहा था कि मैं उन्हें वहां खेलते देखना चाहता हूं, लेकिन इसके लिए उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा। सभी जानते हैं कि भारतीय टीम के लिए फिटनेस कितनी महत्वपूर्ण है। उन्हें फिट रहना होगा और अच्छा प्रदर्शन करना होगा।"
उन्होंने कहा, "सबसे जरूरी बात यह है कि आप उनसे बात करते रहें। यह सबके लिए जरूरी है, क्योंकि जब आप उनसे बात करते हैं तो आपको एक ही नतीजा मिलता है। आप उनसे जितनी ज्यादा बात करेंगे, उनका दिमाग उतना ही साफ होगा। उन्हें पता होगा कि उनकी जिम्मेदारियां क्या हैं और उन्हें क्या करना है। दोनों एक ही फॉर्मेट खेलते हैं। इससे उन्हें अपने खेल पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिल सकती है।"