क्या सनथ जयसूर्या की विस्फोटक बल्लेबाजी ने क्रिकेट की दिशा बदली?

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क्या सनथ जयसूर्या की विस्फोटक बल्लेबाजी ने क्रिकेट की दिशा बदली?

सारांश

क्या आपको पता है कि सनथ जयसूर्या ने क्रिकेट में एक नया अध्याय लिखा था? उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी ने न केवल श्रीलंका को विश्व कप दिलाया, बल्कि क्रिकेट की दुनिया में बल्लेबाजी के तरीके को भी बदल दिया। आइए जानते हैं उनके करियर की विशेषताएँ और प्रभाव।

Key Takeaways

  • सनथ जयसूर्या ने क्रिकेट को नया दृष्टिकोण दिया।
  • उन्होंने 1996 विश्व कप में श्रीलंका को जीत दिलाई।
  • बल्लेबाजी में धुआंधार शॉट्स का उपयोग किया।
  • क्रिकेट के क्षेत्र में आलराउंडर की भूमिका निभाई।
  • राजनीति में भी सफल रहे।

नई दिल्ली, 29 जून (राष्ट्र प्रेस)। पहला टी20 विश्व कप 2007 में आयोजित किया गया था। इस फॉर्मेट ने अत्यधिक लोकप्रियता हासिल की है, जिसके चलते वनडे और टेस्ट फॉर्मेट के अस्तित्व पर संकट उत्पन्न हो गया है। इसका मुख्य कारण टी20 में बल्लेबाजों की धुआंधार और विस्फोटक बल्लेबाजी है। क्रिस गेल, एबी डिविलियर्स, सूर्यकुमार यादव, रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों ने यह साबित कर दिया है कि टी20 में कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन एक ऐसा बल्लेबाज भी है, जिसने 1996 विश्व कप से ही ऐसी बल्लेबाजी का आगाज किया था, जैसी अब टी20 फॉर्मेट में की जा रही है। उनका नाम है सनथ जयसूर्या.

श्रीलंका के मतारा में 30 जून 1969 को जन्मे सनथ जयसूर्या न केवल श्रीलंका बल्कि विश्व क्रिकेट के सबसे प्रभावशाली और लोकप्रिय खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। 1989 से 2011 तक श्रीलंका के लिए खेलने वाले जयसूर्या 1999 से 2003 तक टीम के कप्तान भी रहे। इस दौरान उन्होंने 38 टेस्ट और 117 वनडे में टीम का नेतृत्व किया। जयसूर्या क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल और विस्फोटक सलामी बल्लेबाजों में से एक माने जाते हैं। उनके सामने गेंदबाजी करना किसी भी गेंदबाज के लिए एक बड़ी चुनौती होती थी।

उनकी सफलता का मुख्य कारण यह है कि जयसूर्या के पास शक्ति के साथ-साथ क्रिकेट की किताब के हर एक शॉट का ज्ञान था, जो गेंदबाजों को लगातार परेशान करता रहा। सनथ जयसूर्या ने 1996 विश्व कप में विकेटकीपर बल्लेबाज रोमेश कालूवितर्णा के साथ मिलकर टीम को ऐसी शुरुआत दी, जिसने क्रिकेट में बल्लेबाजी के अंदाज को बदलकर रख दिया। उस विश्व कप में श्रीलंका चैंपियन बनी थी और जयसूर्या ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने टूर्नामेंट में 221 रन बनाकर और 7 विकेट लेकर प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था।

सनथ जयसूर्या के करियर पर एक नज़र डालें तो उन्होंने 110 टेस्ट में 14 शतक और 31 अर्धशतक के साथ कुल 6,973 रन, 445 वनडे में 28 शतक और 68 अर्धशतक के साथ 13,430 रन, और 31 टी20 में 4 अर्धशतक के सहारे 629 रन बनाए। जयसूर्या एक बेहतरीन लेग स्पिनर भी रहे हैं। बाएं हाथ से गेंदबाजी करते हुए उन्होंने टेस्ट में 98, वनडे में 323 और टी20 में 19 विकेट लिए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम एक तिहरा शतक भी है। 30 आईपीएल मैचों में एक शतक और 4 अर्धशतक के माध्यम से 768 रन बनाने वाले जयसूर्या ने 13 विकेट भी लिए हैं।

जयसूर्या अपने समय में लंबे-लंबे छक्के लगाने के लिए प्रसिद्ध रहे। गेंदबाज चाहे कोई भी हो, उनके पास मैदान के किसी भी कोने में छक्के लगाने की अद्भुत क्षमता थी। उन्होंने वनडे में 270, टेस्ट में 59 और टी20 में 23 छक्के लगाए। वनडे में सबसे अधिक छक्के लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में वह चौथे स्थान पर हैं।

श्रीलंका की ओर से वनडे में सबसे अधिक शतक और सबसे अधिक छक्के लगाने का रिकॉर्ड भी सनथ जयसूर्या के नाम है। वह इस फॉर्मेट में कुमार संगाकारा के बाद श्रीलंका के दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज माने जाते हैं। वनडे फॉर्मेट में सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में वह 11वें स्थान पर हैं। जयसूर्या को न केवल श्रीलंका बल्कि वनडे क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ऑलराउंडरों में से एक माना जाता है।

साल 2011 में सनथ जयसूर्या ने क्रिकेट को अलविदा कहा। उन्होंने राजनीति में भी सक्रियता दिखाई और 2010 से 2015 तक सांसद रहे, साथ ही श्रीलंका सरकार में मंत्री भी थे। राजनीति छोड़कर वह क्रिकेट की दुनिया में वापस लौट आए हैं और वर्तमान में श्रीलंका क्रिकेट टीम के हेड कोच के रूप में कार्यरत हैं।

Point of View

मुझे लगता है कि सनथ जयसूर्या का योगदान क्रिकेट में अद्वितीय है। उनकी बल्लेबाजी ने न केवल श्रीलंका को गौरवान्वित किया बल्कि विश्व क्रिकेट को भी एक नई दिशा दी। हमें ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है जो खेल को आगे बढ़ाएं और नए मानक स्थापित करें।
NationPress
22/07/2025

Frequently Asked Questions

सनथ जयसूर्या का जन्म कब हुआ था?
सनथ जयसूर्या का जन्म 30 जून 1969 को श्रीलंका के मतारा में हुआ था।
सनथ जयसूर्या ने कितने विश्व कप खेले हैं?
सनथ जयसूर्या ने 1996, 1999, 2003, और 2007 के विश्व कप में हिस्सा लिया है।
क्या सनथ जयसूर्या ने राजनीति में भी काम किया है?
हाँ, सनथ जयसूर्या ने 2010 से 2015 तक श्रीलंका के सांसद के रूप में काम किया और मंत्री भी रहे।
उनकी सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक कौन सी थी?
उनकी एक सर्वश्रेष्ठ पारी 1996 विश्व कप में रही, जहां उन्होंने महत्वपूर्ण रन बनाए।
सनथ जयसूर्या का क्रिकेट में योगदान क्या है?
सनथ जयसूर्या ने क्रिकेट में नई परिभाषा दी है और उनकी बल्लेबाजी शैली ने कई युवा खिलाड़ियों को प्रेरित किया है।