क्या शरत कमल ने ओडिशा को एक उभरते वैश्विक खेल केंद्र के रूप में सराहा?

सारांश
Key Takeaways
- ओडिशा का खेल बुनियादी ढांचा विश्वस्तरीय है।
- शरत कमल ने भारतीय खिलाड़ियों के फॉर्म की तारीफ की।
- चैंपियनशिप 2026 विश्व टीम चैंपियनशिप का क्वालीफायर है।
- भारतीय टीम का लक्ष्य पदकों का रंग बदलना है।
- ओडिशा भविष्य में एक महत्वपूर्ण खेल केंद्र बन सकता है।
भुवनेश्वर, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। टेबल टेनिस के सितारे अचंता शरत कमल ने ओडिशा के उत्कृष्ट खेल बुनियादी ढांचे की तारीफ की है। उन्होंने भारत की पदक संभावनाओं के लिए उम्मीद
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर 11-15 अक्टूबर के बीच इस प्रमुख चैंपियनशिप की मेज़बानी करने जा रहा है।
इस 'पद्म श्री' और 'खेल रत्न पुरस्कार' से सम्मानित ओलंपियन ने चैंपियनशिप की पूर्व संध्या पर कहा, "ओडिशा में वापस आकर बहुत अच्छा लग रहा है। हमने यहाँ अंतिम बड़ा टूर्नामेंट 2019 में खेला था। भुवनेश्वर में एशियन चैंपियनशिप की मेज़बानी करना वाकई खास है। भारत का प्रदर्शन शानदार है। पिछले बार हमने पुरुष और महिला टीमों में कांस्य पदक जीते थे। इस बार, हमारा लक्ष्य उन पदकों का रंग बदलना है।"
आईटीटीएफ के एथलीट आयोग के सह-अध्यक्ष और भारतीय ओलंपिक संघ की एथलीट समिति के उपाध्यक्ष शरत कमल ने भारत की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय प्रतिष्ठा पर कहा, "हमारे खिलाड़ी बेहतरीन फॉर्म में हैं। मानव ठक्कर इस समय पुरुष एकल में विश्व में 39वें स्थान पर हैं, जबकि हमारी युगल और मिश्रित युगल टीमें दुनिया की शीर्ष 10 में हैं। घरेलू समर्थन और परिस्थितियों के साथ, भारतीय दल के पास सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का मौका है।"
ओडिशा के खेल दृष्टिकोण और बुनियादी ढांचे की सराहना करते हुए, इस दिग्गज पैडलर ने कहा, "यहाँ का आयोजन विश्वस्तरीय है। मैं इस स्टेडियम में पहली बार आया हूँ। पूरा खेल परिसर अद्भुत है। ओडिशा के पास कई खेलों में प्रमुख अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेज़बानी की क्षमता है। मुझे विश्वास है कि भविष्य में जब भारत बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों की मेज़बानी करेगा, तो यह राज्य महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।"
टेबल टेनिस टीम चैंपियनशिप केवल एक प्रतिष्ठित महाद्वीपीय स्तर की प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि यह 2026 आईटीटीएफ विश्व टीम चैंपियनशिप का क्वालीफायर भी है। पुरुष और महिला दोनों वर्गों में शीर्ष 13 टीमें सीधे विश्व चैंपियनशिप में प्रवेश करेंगी।