क्या खिलाड़ियों का प्रबंधन और टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात है? : शुभमन गिल

सारांश
Key Takeaways
- शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को हराया।
- कप्तान के रूप में गिल का अनुभव महत्वपूर्ण है।
- सही निर्णय लेने की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- खिलाड़ियों को घरेलू स्तर पर खेलने का अवसर दिया गया।
- गिल ने अपने प्रदर्शन में निरंतरता दिखाई।
नई दिल्ली, 14 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप किया है।
गिल को इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट की कप्तानी सौंपी गई थी, जिसमें टीम इंडिया ने 2-2 से सीरीज को ड्रॉ कराया। इसके बाद, गिल के नेतृत्व में भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और क्लीन स्वीप किया।
गिल ने कप्तानी के बारे में कहा, "मैं अब इसकी आदत डाल रहा हूं। सभी खिलाड़ियों को मैनेज करना और इस टीम का नेतृत्व करना एक बड़ी सम्मान की बात है। सही निर्णय लेना महत्वपूर्ण है, और कभी-कभी आपको साहसिक निर्णय भी लेने पड़ते हैं। यह इस पर निर्भर करता है कि कौन-सा खिलाड़ी हमें रन या विकेट दिला सकता है।"
गिल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ फॉलोऑन लागू करने के बारे में कहा, "हम लगभग 300 रन (270 रन) आगे थे। हमने सोचा कि अगर हम 500 रन बनाते हैं और हमें पांचवें दिन 6 या 7 विकेट लेने हैं, तो यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण दिन हो सकता है।"
नीतीश रेड्डी को इस सीरीज के दोनों मुकाबलों में मौका दिया गया। अहमदाबाद टेस्ट में नीतीश को बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने चार ओवर गेंदबाजी की। दिल्ली टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में 43 रन बनाए।
गिल ने कहा, "हम नहीं चाहते कि खिलाड़ी केवल विदेशों में ही मैच खेलें। इससे उन पर बहुत दबाव पड़ता है। हम उन खिलाड़ियों को तैयार करना चाहते हैं जो हमारे लिए विदेशों में जीत की संभावनाएं बढ़ा सकें।"
इस सीरीज में गिल ने 50, 129* और 13 रन की पारी खेली। गिल ने कहा, "मैदान पर जाते समय, मेरा ध्यान केवल एक बल्लेबाज के रूप में निर्णय लेने पर होता है। हमेशा यही प्रयास होता है कि अपनी टीम को जीत दिला सकें।"