क्या शुभमन गिल को रोहित के नेतृत्व गुणों की आवश्यकता है?: हरभजन सिंह

सारांश
Key Takeaways
- शुभमन गिल को वनडे टीम का नया कप्तान बनाया गया है।
- यह फैसला विश्व कप 2027 को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
- रोहित शर्मा की कप्तानी की प्रशंसा की गई है।
- श्रेयस अय्यर को उप-कप्तान नियुक्त किया गया है।
- हरभजन सिंह का यह बयान भविष्य की योजनाओं की ओर इशारा करता है।
नई दिल्ली, 5 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने यह कहा है कि बीसीसीआई ने शुभमन गिल को वनडे टीम का कप्तान बनाने का निर्णय विश्व कप 2027 को ध्यान में रखते हुए लिया है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में हरभजन ने कहा, "शुभमन गिल को कप्तान नियुक्त किया गया है। वह एक भविष्यदर्शी दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करते हैं। बीसीसीआई की इस सोच के पीछे वनडे विश्व कप 2027 है। इसी टूर्नामेंट को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। रोहित शर्मा को कप्तान बनाए रखा जा सकता था। उन्होंने अब तक टीम की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन किया है। ड्रेसिंग रूम में उनका काफी सम्मान है और खिलाड़ी भी उनका बहुत सम्मान करते हैं, लेकिन चयनकर्ताओं ने भविष्य को देखते हुए फैसला लिया है।"
हरभजन ने कहा, "इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में गिल ने अपनी कप्तानी से प्रभावित किया था। उनकी कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज 2-2 से ड्रॉ हुई थी।"
हरभजन ने रोहित शर्मा की कप्तानी की प्रशंसा करते हुए कहा, "रोहित ने टीम को एकजुट रखा है। अगर आप वनडे में उनकी सफलता दर देखें, तो यह बहुत ज्यादा है। वह कप्तान बने रह सकते थे, लेकिन मुझे लगता है कि यह फैसला भविष्य को ध्यान में रखकर लिया गया था। रोहित को उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं, हालांकि वह कप्तान नहीं हैं, लेकिन टीम में उनका सम्मान वैसा ही रहेगा। टीम को रोहित के नेतृत्व गुणों की जरूरत होगी।"
शनिवार को हरभजन सिंह ने जियोहॉटस्टार पर कहा कि रोहित ने अपनी कप्तानी में भारत को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर वह कप्तान नहीं हैं। यह मेरे लिए चौंकाने वाला है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 वनडे और 5 टी20 मैचों की सीरीज के लिए टीम की घोषणा की। वनडे टीम में नेतृत्व परिवर्तन किया गया। रोहित शर्मा की जगह अब शुभमन गिल वनडे के कप्तान होंगे। वहीं, श्रेयस अय्यर को गिल की जगह उप-कप्तान बनाया गया।
-- राष्ट्र प्रेस
पीएके