क्या साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का सही फैसला लिया? ऋषभ पंत की भारतीय टीम में वापसी
सारांश
Key Takeaways
- ऋषभ पंत की वापसी ने भारतीय टीम को मजबूती दी है।
- साउथ अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया है।
- भारत और साउथ अफ्रीका के बीच 44 टेस्ट मैच हुए हैं।
- रवींद्र जडेजा के पास 300 विकेट और 4000 रन का मौका है।
- शुभमन गिल इस वर्ष सर्वाधिक टेस्ट शतक लगाने का लक्ष्य रखते हैं।
कोलकाता, 14 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। साउथ अफ्रीका ने ईडन गार्डन्स में भारत के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया है। ऋषभ पंत की भारतीय टीम में वापसी हुई है।
पैर में चोट के चलते ऋषभ पंत को इंग्लैंड दौरे को बीच में छोड़ना पड़ा था। इसके बाद वह वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी खेल नहीं सके थे, लेकिन अब पंत की वापसी ने टीम इंडिया को मजबूती प्रदान की है।
वहीं, कगिसो रबाडा साउथ अफ्रीकी टीम में जगह नहीं बना सके हैं। इस टीम में कॉर्बिन बॉश की वापसी हुई है।
अक्टूबर में अपने घरेलू मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में 2-0 से क्लीन स्वीप करने के बाद टीम इंडिया का हौसला बुलंद है। लेकिन, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप विजेता साउथ अफ्रीकी टीम को कमतर नहीं आंका जा सकता।
इस मुकाबले में रवींद्र जडेजा यदि 10 रन बनाते हैं, तो वह चौथे ऐसे खिलाड़ी बन जाएंगे, जिनके नाम टेस्ट फॉर्मेट में 4,000 रन के साथ 300 विकेट होंगे।
हालाँकि, साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को इस मैच में मौका नहीं मिला है, लेकिन यदि इस सीरीज में वह 10 विकेट ले लेते हैं, तो टेस्ट फॉर्मेट में उनके 350 विकेट पूरे हो जाएंगे।
भारतीय कप्तान शुभमन गिल के पास इस वर्ष में सबसे अधिक टेस्ट शतक लगाने का अवसर है। सचिन तेंदुलकर ने साल 2010 में 7 शतक अपने नाम किए थे।
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट इतिहास में कुल 44 टेस्ट मैच खेले गए हैं, जिनमें से साउथ अफ्रीका ने 18 मैच जीते हैं, जबकि टीम इंडिया ने 16 मैच जीते हैं। अन्य 10 मैच ड्रॉ रहे हैं।
भारत की प्लेइंग इलेवन: यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, वॉशिंगटन सुंदर, शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जड़ेजा, ध्रुव जुरेल, अक्षर पटेल, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज।
साउथ अफ्रीका की प्लेइंग इलेवन: एडेन मार्करम, रयान रिकेल्टन, वियान मुल्डर, टेंबा बावुमा (कप्तान), टोनी डी जोरजी, ट्रिस्टन स्टब्स, काइल वेरिन (विकेटकीपर), साइमन हार्मर, मार्को जानसेन, कॉर्बिन बॉश और केशव महाराज।