क्या स्टीव स्मिथ एशेज सीरीज की तैयारी में हैं? स्ट्रेंथ टेस्ट के नतीजे रहे शानदार

सारांश
Key Takeaways
- स्टीव स्मिथ ने एशेज सीरीज की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत की है।
- उनके स्ट्रेंथ टेस्ट के नतीजे बेहद शानदार रहे हैं।
- स्मिथ मानसिक थकान से निपटने का प्रयास कर रहे हैं।
- वे अगले महीने एशेज सीरीज की तैयारी में जुटे हैं।
- ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच पहला मैच पर्थ में होगा।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने बताया है कि वह एशेज सीरीज से पहले अपनी तैयारियों को और भी मजबूत बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। स्मिथ के अनुसार, उनके स्ट्रेंथ टेस्ट के नतीजे 'अब तक के सबसे शानदार' रहे हैं।
36 वर्षीय स्मिथ ने विपक्षी टीम को चेतावनी देते हुए कहा है कि घरेलू मैदान पर व्यस्त शेड्यूल के चलते उनकी फिटनेस उच्चतम स्तर पर है।
'फॉक्स स्पोर्ट्स' के अनुसार, स्मिथ ने कहा, "मैं बहुत ही कड़ी ट्रेनिंग कर रहा हूं। काफी वजन उठा रहा हूं और खुद को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहा हूं। हाल ही में मैंने अपने सभी स्ट्रेंथ टेस्ट किए और उनके नतीजे अब तक के सबसे अच्छे रहे हैं। मुझे लगता है कि मैं एक शानदार समर सीजन के लिए तैयार हूं।"
अगस्त में समाप्त हुए 'द हंड्रेड' के बाद से स्मिथ ने प्रतिस्पर्धात्मक क्रिकेट नहीं खेला है। पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क से लौटने के बाद उन्होंने तीन नेट सेशंस किए हैं। वह एशेज की तैयारी के लिए मंगलवार को पहली बार गेंदबाजों का सामना करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच एशेज सीरीज की शुरुआत 21 नवंबर से होने जा रही है। पर्थ में सीरीज का पहला मैच होगा, और स्मिथ दो शेफील्ड शील्ड मुकाबले खेलने की योजना बना रहे हैं। अगले हफ्ते वह ब्रिस्बेन में क्वींसलैंड के खिलाफ खेलेंगे, और नवंबर में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर विक्टोरिया के खिलाफ उतर सकते हैं।
न्यू साउथ वेल्स के इस खिलाड़ी ने मानसिक थकान की चिंता की वजह से अपने ग्रीष्मकालीन सत्र की शुरुआत स्थगित कर दी है। उनका लक्ष्य है कि वह पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले खुद को ज्यादा थकाने से बचाएं। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) ने इस फैसले का समर्थन किया है।
स्मिथ ने कहा, "मुझे लगता है कि अब मैं पहले की तुलना में मानसिक रूप से जल्दी थक जाता हूं। मैं जानता हूं कि अगर मैं सीजन की शुरुआत में ज्यादा मैच खेलता हूं, तो गर्मियों के अंत तक मानसिक रूप से थक जाता हूं। निश्चित रूप से इसमें संतुलन जरूरी है, लेकिन अब मुझे खेल की गति पकड़ने में ज्यादा समय नहीं लगता। मैं कोशिश करता हूं कि जितना हो सके, मानसिक रूप से तरोताजा रहूं।"