क्या सिंहावलोकन 2025 में टेबल टेनिस में युवाओं ने बेहतर भविष्य की उम्मीद जगाई?
सारांश
Key Takeaways
- दिव्यांशी भौमिक ने एशियन यूथ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
- भारतीय अंडर-19 पुरुष टीम ने विश्व युवा चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
- मनुष शाह और दिया चितले ने मिश्रित डबल का खिताब जीता।
- युवाओं का प्रदर्शन भारतीय टेबल टेनिस के लिए नई उम्मीदें जगाता है।
- भारतीय टीम की रैंकिंग में सुधार हुआ है।
नई दिल्ली, २५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। टेबल टेनिस भारत में एक उभरता हुआ खेल है और इसे अभी अपने उत्कर्ष पर पहुंचना बाकी है। साल 2025 में भारत को इस खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेष सफलता नहीं मिली, लेकिन युवा खिलाड़ियों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सुनहरे भविष्य की उम्मीद जरूर जगाई।
भारतीय दिग्गज अचंता शरत कमल ने मार्च में चेन्नई में डब्ल्यूटीटी स्टार कंटेंडर के दौरान अपने प्रोफेशनल करियर से संन्यास ले लिया। यह भारतीय टेबल टेनिस के लिए एक निराशाजनक क्षण था, लेकिन नई पीढ़ी ने उम्मीद जगाई और जूनियर और युवा वर्ग में अद्भुत प्रदर्शन किया। भारत ने डब्ल्यूटीटी में कई पदक हासिल किए।
एशियन यूथ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अंडर-15 महिला एकल में दिव्यांशी भौमिक ने स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा। यह ३६ साल बाद किसी भारतीय द्वारा जीता गया पहला खिताब था। भारतीय अंडर-19 पुरुष टीम ने विश्व युवा चैंपियनशिप में रजत पदक जीता, हालांकि फाइनल में उन्हें जापान से हार का सामना करना पड़ा। यह भारतीय पुरुष टीम का पहला पदक था।
अनकुर भट्टाचार्जी ने यूरोप यूथ स्मैश में अंडर-19 पुरुष एकल में रजत पदक जीता।
सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में मनुष शाह ने पुरुष एकल और दिया चितले ने महिला एकल का खिताब जीता।
मनुष शाह और दिया चितले ने डब्ल्यूटीटी कंटेंडर ट्यूनिस में मिश्रित डबल का खिताब जीता।
साथियान ज्ञानसेकरन और आकाश पाल ने डब्ल्यूटीटी कंटेंडर लागोस में पुरुष डबल्स का खिताब जीता।
हालांकि भारतीय टेबल टेनिस टीम का प्रदर्शन 2025 में उल्लेखनीय नहीं रहा, लेकिन युवा खिलाड़ी जीत की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। भारतीय टीम की रैंकिंग में सुधार हुआ है; पुरुष टीम अब विश्व में १२वें स्थान पर है जबकि महिला टीम ९वें नंबर पर है। यदि कोई टीम कोई बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब जीत ले, तो उसके प्रदर्शन में सुधार होता है और टीम को जीत की आदत लग जाती है। भारतीय युवा टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने यह विश्वास जगाया है कि भविष्य में देश बड़े मंचों पर महान सफलता प्राप्त करेगा।