क्या शीत्सांग छठी ट्रांस-हिमालयन अंतर्राष्ट्रीय रोड साइक्लिंग एक्सट्रीम रेस का आगाज़ हो गया?
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सारांश
चीन में आयोजित इस रोमांचक एक्सट्रीम रेस का उद्देश्य खेल पर्यटन का विकास और दक्षिण एशियाई कॉरिडोर को मजबूत करना है। इसमें विभिन्न देशों की टीमें भाग ले रही हैं और यह रेस हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों के बीच होती है।
Key Takeaways
- रिसर्च से पता चलता है कि खेल पर्यटन का विकास हो रहा है।
- बेल्ट एंड रोड पहल से देशीय सहयोग को बढ़ावा मिल सकता है।
- हिमालय की खूबसूरती को दर्शाने का एक अद्वितीय तरीका।
- प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ावा देने वाले 17 टीमें भाग ले रही हैं।
- 420.58 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली यह रेस एक चुनौती है।
बीजिंग, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 2025 चीन शीत्सांग छठी ट्रांस-हिमालयन अंतर्राष्ट्रीय रोड साइक्लिंग एक्सट्रीम रेस का उद्घाटन पोटाला पैलेस स्क्वायर में हुआ।
इस एक्सट्रीम रेस की थीम है, "दक्षिण एशियाई कॉरिडोर का सामना करना, बेल्ट एंड रोड पहल से जुड़ना, खेल पर्यटन का विकास करना और एक विशाल आउटडोर क्षेत्र का निर्माण करना।"
इसका नारा है, "सबसे खूबसूरत सड़कों पर साइकिल चलाना, हिमालय को गले लगाना।" यह एक्सट्रीम रेस लगभग 420.58 किलोमीटर की कुल दूरी तय करती है।
इसमें 17 साइक्लिंग टीमों (8 अंतर्राष्ट्रीय टीमें और 9 घरेलू टीमें) और चीन, स्पेन तथा अन्य देशों के 100 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया। 6 से 10 अगस्त तक, टीमें न्यिंगची, शन्नान, ल्हासा और शिगात्से में चार चरणों में कड़ी प्रतिस्पर्धा करेंगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
Point of View
यह रेस न केवल खेलों को बढ़ावा देती है, बल्कि यह चीन और अन्य देशों के बीच सहयोग को भी दर्शाती है। यह आयोजन न केवल एथलीटों के लिए, बल्कि पर्यटकों के लिए भी एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
NationPress
07/08/2025