क्या 1 अक्टूबर को मनाया जाता है इंटरनेशनल कॉफी डे? जानें इसके पीछे की मान्यता

सारांश
Key Takeaways
- कॉफी का उत्पादन मुख्यतः गर्म क्षेत्रों में होता है।
- इंटरनेशनल कॉफी डे का उद्देश्य किसानों और व्यवसायियों को सम्मानित करना है।
- कॉफी का सेवन स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है।
- भारत कॉफी के उत्पादन में छठे स्थान पर है।
- कॉफी के कई प्रकार और पेय विकल्प उपलब्ध हैं।
नई दिल्ली, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। चाय के बाद कॉफी अधिकांश लोगों की पसंदीदा हॉट ड्रिंक बन गई है। हर साल 1 अक्टूबर को इंटरनेशनल कॉफी डे मनाया जाता है। विशेषकर ऑफिस जीवन में कॉफी की लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। आइए जानते हैं कि इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने का उद्देश्य क्या है।
इंटरनेशनल कॉफी डे का उद्देश्य इस उद्योग से जुड़े व्यक्तियों को मान्यता देना है। इस दिन कॉफी से जुड़े व्यवसायियों और किसानों की सराहना की जाती है। लंदन में 1963 में अंतरराष्ट्रीय कॉफी संगठन की स्थापना की गई थी। इसका कार्य कॉफी और संबंधित रणनीतिक दस्तावेजों के विकास पर ध्यान केंद्रित करना है।
इस संगठन ने 1 अक्टूबर 2015 को इंटरनेशनल कॉफी डे मनाने की घोषणा की थी। इससे पहले यह दिन स्थानीय स्तर पर मनाया जाता था। चीन में पहला इंटरनेशनल कॉफी डे 1997 में मनाया गया, उसके बाद नेपाल में 17 नवंबर 2005 को मनाया गया। अब यह विश्व के अनेक देशों में मनाया जाने लगा है।
कॉफी का उत्पादन मुख्यतः लैटिन अमेरिका, सब-सहारा अफ्रीका, वियतनाम और इंडोनेशिया जैसे गर्म क्षेत्रों में होता है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 17वीं शताब्दी में ईस्ट इंडिया कंपनी और डच ईस्ट इंडिया कंपनी कॉफी की सबसे बड़ी खरीदार बनीं।
भारत कॉफी के उत्पादन में छठे स्थान पर है। स्वाद के लिहाज से भारत की कॉफी का स्वाद और गुणवत्ता उत्कृष्ट मानी जाती है। कॉफी का सेवन सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है।
हालांकि, यह ज़रूरी नहीं कि हर किसी को कॉफी पसंद हो। लेकिन आमतौर पर यह शरीर में फैट कम करने में सहायक होती है। वर्तमान में, वजन घटाने का ट्रेंड है, इसलिए युवा वर्ग कॉफी को पसंद कर रहा है।
कॉफी पीने से आपका मेटाबॉलिज्म तेज होता है और यह आपको तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। कॉफी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स कई बीमारियों के खतरे को कम करते हैं और यह आपके पाचन में सुधार करती है। फिर भी, यह ध्यान रखें कि कॉफी का प्रभाव हर व्यक्ति पर अलग हो सकता है। इसलिए, स्वास्थ्य समस्याओं के लिए डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेवन करें।
कॉफी बीन्स कई प्रकार के होते हैं जैसे अरेबिका, रोबस्टा, लिबरिका और एक्सेला। पेय के रूप में कॉफी के कई प्रकार जैसे एक्सप्रेसो, अमेरिकानो, कैपुचिनो, लाते, मोचा, मैकियाटो, लंगो और रिस्ट्रेटो आदि उपलब्ध हैं।
-- राष्ट्र प्रेस
कनक/एएस