क्या 12वें विश्व खेल समारोह की मशाल रिले ने नया इतिहास रच दिया?
Click to start listening

सारांश
दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वांग प्रांत में 12वें विश्व खेल समारोह की मशाल रिले का आयोजन किया गया। यह पहली बार है जब इस तरह की गतिविधि की गई है। मशाल रिले में प्रतिभागियों की संख्या और इसकी लंबाई ने इसे खास बना दिया है। जानिए इस ऐतिहासिक पल के बारे में।
Key Takeaways
- विश्व खेल समारोह की लौ का प्रज्ज्वलन ऐतिहासिक है।
- पहली बार मशाल रिले का आयोजन किया गया।
- मशाल रिले की कुल लंबाई 11 किलोमीटर है।
- 120 मशाल धारक इस आयोजन का हिस्सा बने।
- खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का एक शानदार मौका।
बीजिंग, 26 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। 12वें विश्व खेल समारोह की मशाल रिले शनिवार को दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वांग प्रांत में आयोजित की गई।
यह विश्व खेल समारोह के इतिहास में पहली बार है, जब मशाल रिले का आयोजन हुआ। विश्व खेल समारोह की लौ तेयांग शहर के प्रसिद्ध सानशिंगत्वी संग्रहालय में सफलतापूर्वक प्रज्ज्वलित की गई।
इस रिले में पहली मशालधारक पेरिस ओलंपिक की आर्ट जिम्नास्टिक्स खिलाड़ी हांगचांगच्यायांग हैं, जो छंगतू शहर की निवासी हैं। अंतिम मशालधारक टेबल टेनिस के ओलंपिक चैंपियन माओ लोंग हैं।
पूर्ण मशाल रिले 11 किलोमीटर लंबी है, जिसमें कुल 120 मशाल धारक शामिल हैं।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
Point of View
बल्कि यह वैश्विक खेल संस्कृति को भी प्रोत्साहित करेगा। देश के लिए गर्व का क्षण है कि हमारे एथलीट ऐसे ऐतिहासिक पलों का हिस्सा बन रहे हैं।
NationPress
04/08/2025
Frequently Asked Questions
मशाल रिले का आयोजन कब और कहां हुआ?
मशाल रिले का आयोजन 26 जुलाई को दक्षिण पश्चिमी चीन के सछ्वांग प्रांत में हुआ।
मशाल रिले में कितने मशाल धारक थे?
पूरी मशाल रिले में कुल 120 मशाल धारक शामिल थे।
पहली और अंतिम मशालधारक कौन थे?
पहली मशालधारक हांगचांगच्यायांग और अंतिम मशालधारक माओ लोंग थे।