क्या जनता की समस्याएं सुनना और समाधान करना आशीष सूद की पहली प्राथमिकता है?

सारांश
Key Takeaways
- जनता की समस्याएं सुनने का कार्यक्रम हर बुधवार को आयोजित होता है।
- आशीष सूद ने अधिकारियों को समस्याओं के शीघ्र समाधान के लिए पत्र लिखा है।
- सरकार का उद्देश्य सभी नागरिकों को समान सुविधाएं देना है।
- सुधारों से जनकपुरी क्षेत्र के नागरिकों का जीवन स्तर बेहतर होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के मार्गदर्शन में विकास कार्य जारी है।
नई दिल्ली, ८ अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। दिल्ली सरकार के मंत्री आशीष सूद ने बुधवार को अपने कार्यालय में आम जनता की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं को सुनना और उनका समाधान करना उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने जानकारी दी कि हर बुधवार वह खुद लोगों से मिलते हैं ताकि कोई भी नागरिक अपनी परेशानी बताने में संकोच न करे।
इस जनसुनवाई के दौरान कई मुद्दे सामने आए, जिनमें सरकारी सेवाओं से संबंधित समस्याएं प्रमुख रहीं। क्षेत्र के लोगों की मांग को लेकर आशीष सूद ने अधिकारियों को लेटरहेड पर पत्र भी लिखा, ताकि जल्दी से जल्दी समाधान हो सके और नागरिकों को रोजाना की दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
हर बुधवार को विधायक और दिल्ली सरकार के शिक्षा मंत्री आशीष सूद जनता की समस्याओं को सुनने के लिए अपने कार्यालय में जनसुनवाई का आयोजन करते हैं।
उन्होंने पहले कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार हर गली-मोहल्ले के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है। हमारा लक्ष्य है कि नागरिकों का जीवन बेहतर और सुगम बने। इन विकास कार्यों से जनकपुरी क्षेत्र के लोगों को कई सुविधाएं मिलेंगी और उनके जीवन स्तर में सुधार होगा।
मंत्री आशीष सूद ने यह भी कहा कि जनकपुरी विधानसभा की जनता के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा ताकि उनकी जरूरतों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सभी नागरिकों के लिए समान और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना है। आशीष सूद जनकपुरी से भाजपा के विधायक हैं और शिक्षा जैसे बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।