क्या आवंटियों के आवेदनों को तय समय में हल किया जाएगा? : नंदी

सारांश
Key Takeaways
- आवंटियों के आवेदनों का त्वरित निस्तारण अनिवार्य है।
- लापरवाही करने वाले स्टाफ के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।
- हरियाली बढ़ाने के लिए नए निर्देश दिए गए हैं।
- सेक्टरों के रखरखाव में लापरवाह ठेकेदारों पर कार्रवाई।
- अतिक्रमण के मामलों में सख्ती से निपटा जाएगा।
ग्रेटर नोएडा, 4 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक मंत्री नंद गोपाल नंदी ने शुक्रवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का दौरा किया और अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवंटियों द्वारा किए गए आवेदनों और शिकायतों का निस्तारण निर्धारित समय सीमा के भीतर किया जाए। मंत्री ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही पाई गई तो दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इस बैठक में, जो शाम चार बजे से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बोर्ड रूम में शुरू हुई, मंत्री ने अलग-अलग विभागों की समीक्षा की। प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने मंत्री के समक्ष ग्रेटर नोएडा के विकास से संबंधित परियोजनाओं, वित्तीय स्थिति और अतिक्रमण, फ्लैट खरीदारों के मुद्दों आदि पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने विकास कार्यों को समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान कार्मिक विभाग की समीक्षा करते समय, सीईओ ने स्टाफ की कमी का मुद्दा उठाया, जिस पर औद्योगिक विकास मंत्री ने इस कमी को दूर करने के लिए प्रतिनियुक्ति पर तैनाती का आश्वासन दिया।
मंत्री ने ग्रेटर नोएडा को एक सुंदर शहर बनाने के लिए हरियाली बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कंटीले तारों को हटाकर सुंदर ग्रिल लगाने और पेड़ों की छंटाई कराने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, उन्होंने सेक्टरों के रखरखाव में लापरवाही करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
औद्योगिक विकास मंत्री ने प्राधिकरण की जमीन पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में सीईओ के अलावा एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव, एसीईओ श्रीलक्ष्मी वी.एस., एसीईओ सुमित यादव, ओएसडी गुंजा सिंह, ओएसडी गिरीश कुमार झा, ओएसडी एन.के. सिंह, महाप्रबंधक परियोजना ए.के. अरोड़ा, महाप्रबंधक परियोजना लीनू सहगल, ओएसडी राम नयन सिंह आदि मौजूद रहे।