क्या अदाणी ग्रुप ने ब्लूमबर्ग की बीवाईडी से साझेदारी की रिपोर्ट को खारिज किया?

सारांश
Key Takeaways
- अदाणी ग्रुप ने ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट को खारिज किया।
- कंपनी ने किसी भी चीनी कंपनी के साथ साझेदारी की संभावना से इंकार किया।
- अदाणी ग्रुप का निवेश की योजना में ध्यान है।
अहमदाबाद, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अदाणी ग्रुप ने सोमवार को ब्लूमबर्ग द्वारा प्रकाशित उस रिपोर्ट का खंडन किया, जिसमें ग्रुप के चीनी कंपनियों बीवाईडी और बीजिंग वेलियन न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ संभावित गठजोड़ का उल्लेख किया गया था।
अदाणी ग्रुप के प्रवक्ता ने अपने बयान में कहा कि अमेरिकी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट "निराधार" और "भ्रामक" है।
प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, "हम ब्लूमबर्ग की 4 अगस्त 2025 की उस रिपोर्ट का स्पष्ट रूप से खंडन करते हैं जिसमें अदाणी ग्रुप और चीनी कंपनियों बीवाईडी और बीजिंग वेलियन न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी के बीच गठजोड़ का दावा किया गया है।"
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अदाणी समूह भारत में बैटरी निर्माण और स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अपने प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए बीवाईडी के साथ गठजोड़ की संभावनाएं तलाश रहा है।
ग्रुप के प्रवक्ता ने कहा, "यह रिपोर्ट निराधार, गलत और भ्रामक है। अदाणी समूह भारत में बैटरी निर्माण के लिए बीवाईडी के साथ किसी भी प्रकार के सहयोग की संभावना नहीं तलाश रहा है।"
कंपनी ने यह भी कहा कि वे बीजिंग वेलियन न्यू एनर्जी टेक्नोलॉजी के साथ किसी भी साझेदारी के लिए बातचीत नहीं कर रहे हैं।
इसके अलावा, अदाणी ग्रुप अगले पांच वर्षों में लगभग 100 अरब डॉलर के पूंजीगत व्यय निवेश की योजना बना रहा है।
अदाणी ग्रुप थर्मल और रिन्यूएबल एनर्जी, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन, एलएनजी, एलपीजी, सीएनजी, पीएनजी, बैटरी स्टोरेज, हाइड्रोजन ट्रक, ईवी चार्जिंग स्टेशन, पंप हाइड्रो और खनन जैसे कई क्षेत्रों में सक्रिय है। यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा और सबसे कुशल सीमेंट निर्माता है और एयरोस्पेस, डिफेंस, डेटा सेंटर और रियल एस्टेट क्षेत्र में भी मौजूद है।