क्या पाकिस्तान और ईरान से लौटे अफगान नागरिक तालिबान शासन से मदद की उम्मीद कर सकते हैं?

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क्या पाकिस्तान और ईरान से लौटे अफगान नागरिक तालिबान शासन से मदद की उम्मीद कर सकते हैं?

सारांश

काबुल में लौटे अफगान नागरिकों की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने तालिबान शासन से मदद मांगी है ताकि उन्हें बसाने, सहायता और रोजगार के अवसर दिए जा सकें। क्या तालिबान उनकी मांगों पर ध्यान देगा?

Key Takeaways

  • अफगान नागरिकों की वापसी के बाद की स्थिति गंभीर है।
  • तालिबान शासन से मदद की मांग की गई है।
  • बेरोजगारी और आश्रय की कमी प्रमुख समस्याएं हैं।
  • अंतरराष्ट्रीय संगठनों की सहायता की आवश्यकता है।
  • अफगानिस्तान में मानवीय संकट गहरा रहा है।

काबुल, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। पाकिस्तान और ईरान द्वारा अफगान नागरिकों को निर्वासित करने के बीच काबुल कैंप में लौटे कई लोगों ने अपनी भयानक जीवन स्थिति को लेकर चिंता जताई। निर्वासित लोगों ने तालिबान शासन और मानवाधिकार संगठनों से निवेदन किया है कि उन्हें विभिन्न प्रांतों में बसाने, आवश्यक सहायता प्रदान करने, रोजगार के अवसर उत्पन्न करने और उनके बच्चों की शिक्षा सुनिश्चित करने में मदद की जाए।

अफगान लौटने वाले लोगों ने कहा कि वे बेरोजगारी, आश्रय की कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण कठिन परिस्थितियों में जी रहे हैं।

अफगानिस्तान स्थित टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान से निर्वासित अदिना समादी ने तालिबान प्रशासन से वतन वापस लौटने वालों की स्थिति पर ध्यान देने की मांग की।

समादी ने कहा, "हमारी मांग है कि सरकार लौटे हुए लोगों की स्थिति पर ध्यान दे। मैं वाहन से आई थी और रास्ते में मेरी मां बीमार हो गईं। हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा और हम देर से पहुंचे, क्योंकि पिछले 20 दिनों से हमें तखर जैसे शहर तक जाने के लिए कोई गाड़ी भी नहीं मिली है, जहां हम जाना चाहते हैं।"

ईरान से लौटे एक अन्य निर्वासित खैबर ने तालिबान से जल्द से जल्द सहायता प्रदान करने की मांग की, जिसमें घर और जीविका के साधन शामिल हैं।

उन्होंने कहा, "अभी हमारे पास कोई घर नहीं है। हम चार दिनों से इस कैंप में सो रहे हैं, और हमारे पास जाने के लिए कोई जगह भी नहीं है।"

काबुल कैंप में रह रहे एक अन्य निर्वासित जलमई ने कहा कि उन्हें कुंदुज स्थानांतरित किया जाना है, और मुझे उम्मीद है कि लौटने वाले प्रवासियों के लिए वहां उचित सुविधाएं उपलब्ध होंगी।

उन्होंने कहा, "हम सरकार से मदद मांगते हैं। अभी हमारे पास रहने की कोई जगह नहीं है और हम इस कैंप में हैं। हमें नहीं पता कि कुंदुज में भी कोई कैंप है या नहीं और अगर है, तो क्या वे हमें स्वीकार करेंगे? वरना, हमारे पास सड़क किनारे एक कंबल के साथ सोने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा।"

इस बीच, शरणार्थी मामलों के आयोग ने कहा कि वह पड़ोसी देशों, खासकर ईरान और पाकिस्तान से लौटने वालों के लिए सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश कर रहा है। इस्लाम कला के रास्ते 544 परिवार अफगानिस्तान वापस लौटे हैं।

अफगान लौटे लोगों को समाज में ठीक से बसाने के लिए और प्रयास करने की मांग करते हुए प्रवासी अधिकार कार्यकर्ता ने कहा, "अब तक किए जा रहे प्रयास काफी नहीं हैं। मौजूदा समस्याओं को हल करने और लौटे हुए लोगों को समाज में सही तरीके से शामिल करने के लिए और काम करने की जरूरत है। यह ऐसा मुद्दा है जिसे इस्लामी अमीरात को प्राथमिकता देनी चाहिए।"

31 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) की एक रिपोर्ट में कहा गया कि सितंबर 2023 से लगभग 12 लाख अफगान पाकिस्तान से लौटे हैं।

रिपोर्ट में यूएनएचसीआर ने उल्लेख किया कि लौटने वाले कई अफगान कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं और मानवीय संकट को और गहराने से रोकने के लिए तत्काल सहायता की आवश्यकता है।

अफगानिस्तान लौटने के बाद से 1,56,000 से अधिक लौटने वालों, जिनमें 98,000 पंजीकृत कार्डधारक शामिल हैं, को मानवीय सहायता मिली है।

यूएनएचसीआर ने बताया कि सहायता प्राप्त करने वालों में लगभग आधी संख्या महिलाओं और लड़कियों की है, जबकि लौटने वाले सभी लोगों में से लगभग 2.2 प्रतिशत विशेष रूप से अक्षम लोग हैं।

एजेंसी ने कहा कि 2025 में ही 315,000 से अधिक अफगान अफगानिस्तान लौटे हैं, जिनमें 51,000 को पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा जबरन निर्वासित किया गया।

रिपोर्ट के अनुसार, कई अफगानी नागरिक बदतर परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, जिनमें उचित आवास, नौकरी और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच की कमी शामिल है। सहायता एजेंसियों ने अफगान अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से समर्थन बढ़ाने का आह्वान किया है।

Point of View

यह आवश्यक है कि हम अपने नागरिकों के लिए मदद का हाथ बढ़ाएं। अफगानिस्तान में लौटने वाले लोगों की समस्याओं पर ध्यान देना और उनके पुनर्वास में सहायता करना, हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। यह मानवीय संकट का समय है और हमें इसे हल करने के लिए एकजुट होना होगा।
NationPress
04/08/2025

Frequently Asked Questions

अफगान नागरिकों की स्थिति क्या है?
अफगान नागरिकों की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है, वे बेरोजगारी, आश्रय की कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव का सामना कर रहे हैं।
तालिबान शासन से क्या सहायता की मांग की गई है?
निर्वासित अफगान नागरिकों ने तालिबान शासन से बसाने, आवश्यक सहायता, रोजगार के अवसर और बच्चों की शिक्षा की मांग की है।
कितने अफगान नागरिक पाकिस्तान से लौटे हैं?
संप्रति, लगभग 12 लाख अफगान नागरिक पाकिस्तान से लौट चुके हैं।
क्या सरकार ने मदद का आश्वासन दिया है?
अभी तक सरकार ने विशेष सहायता का कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया है, लेकिन प्रयास जारी हैं।
कहां से लौटे अफगान नागरिकों को सहायता मिल रही है?
अफगान नागरिकों को सहायता मुख्यतः शरणार्थी मामलों के आयोग और विभिन्न मानवाधिकार संगठनों से मिल रही है।