भाजपा विधायक अगस्ती बेहरा ने एच1-बी वीजा धारकों पर ट्रंप के अत्यधिक शुल्क की आलोचना क्यों की?

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भाजपा विधायक अगस्ती बेहरा ने एच1-बी वीजा धारकों पर ट्रंप के अत्यधिक शुल्क की आलोचना क्यों की?

सारांश

अगस्ती बेहरा ने ट्रंप के एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि पर चिंता जताई है। जानिए इसका भारतीय पेशेवरों पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

Key Takeaways

  • ट्रंप द्वारा एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि।
  • भारतीय पेशेवरों की नौकरियों पर खतरा।
  • अर्थव्यवस्था में गिरावट का असर।
  • उच्च पदों पर भारतीयों की भूमिका।
  • अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की प्रतिभा की सुरक्षा।

भुवनेश्वर, 20 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच-1बी वीजा धारकों के लिए शुल्क में वृद्धि के निर्णय पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक अगस्ती बेहरा ने चिंता जताई। उन्होंने यह भी कहा कि इस नए नियम का भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोई ख़ास प्रभाव नहीं पड़ेगा।

भाजपा विधायक अगस्ती बेहरा ने राष्ट्र प्रेस से खास बातचीत में कहा कि अमेरिका की आर्थव्यवस्था में समभवत: गिरावट के कारण वे टैक्स लगाकर अपने नुकसान की भरपाई करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह नीति अमेरिका में उच्च पदों पर कार्यरत भारतीय पेशेवरों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है और उनकी नौकरियों को खतरे में डाल सकती है। बेहरा के अनुसार, भारतीय पेशेवर कई वैश्विक कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभा रहे हैं, जिस कारण उनमें चिंता का माहौल है।

बेहरा ने इस नीति के पीछे के तर्क पर चर्चा करते हुए सुझाव दिया कि अमेरिकी सरकार संभावित आर्थिक मंदी की भरपाई और घरेलू बेरोजगारी की समस्याओं का समाधान करने की कोशिश कर रही होगी। उन्होंने यह भी कहा कि ईर्ष्या और अमेरिकी नौकरियों की सुरक्षा जैसे अंतर्निहित कारकों ने इन निर्णयों को प्रभावित किया है।

बेहरा ने यह भी बताया कि ऐसी नीतियां न केवल विदेशों में भारतीय पेशेवरों को प्रभावित करती हैं, बल्कि यह भी दर्शाती हैं कि भारत के कुशल कार्यबल की सुरक्षा की आवश्यकता है।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा प्रोग्राम में बड़े बदलावों के लिए एक घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इस घोषणा के अनुसार, अब प्रत्येक आवेदन के लिए प्रति वर्ष 1,00,000 डॉलर का शुल्क देना होगा। ट्रंप का कहना है कि इसका उद्देश्य विदेशी कामगारों की बजाय अमेरिकी नागरिकों को नौकरी देना है।

नए नियम के अनुसार, एच-1बी वीजा अधिकतम छह साल के लिए ही मान्य रहेगा, चाहे नया आवेदन हो या नवीनीकरण। आदेश में कहा गया है कि इस वीजा का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था, जिससे अमेरिकी कामगारों को नुकसान हो रहा था और यह अमेरिका की आर्थव्यवस्था व सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है।

Point of View

हमें समझना चाहिए कि इस तरह की नीतियों का भारतीय पेशेवरों पर प्रभाव पड़ता है। यह न केवल उनके भविष्य को प्रभावित करता है, बल्कि इससे भारत की प्रतिभा की सुरक्षा का भी सवाल उठता है। हमें इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और सरकार से अपेक्षा करनी चाहिए कि वे भारतीय पेशेवरों के हितों को प्राथमिकता दें।
NationPress
20/09/2025

Frequently Asked Questions

ट्रंप के एच-1बी वीजा शुल्क में वृद्धि का क्या कारण है?
ट्रंप का कहना है कि यह निर्णय अमेरिका की आर्थिक मंदी और बेरोजगारी की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
इस नीति का भारतीय पेशेवरों पर क्या असर होगा?
इस नीति के कारण भारतीय पेशेवरों की नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं, क्योंकि उच्च शुल्क से उनकी संख्या में कमी आ सकती है।