क्या अहमदाबाद विमान हादसे में सिविल अस्पताल में अब तक 87 लोगों के डीएनए सैंपल का मिलान हुआ?

सारांश
Key Takeaways
- डीएनए सैंपल के मिलान से पहचान प्रक्रिया को तेज किया गया है।
- अब तक 87 शवों की पहचान की जा चुकी है।
- अहमदाबाद सिविल अस्पताल प्रशासन ने पूरी सावधानी बरतने का आश्वासन दिया है।
- पीड़ित परिवारों को मदद करने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।
- अहमदाबाद के विभिन्न क्षेत्रों के परिवारों को शव सौंपे जा चुके हैं।
अहमदाबाद, 16 जून (राष्ट्र प्रेस) । अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद सिविल अस्पताल में अपने परिवार के सदस्यों या रिश्तेदारों की पहचान के लिए लंबी कतारें देखी जा रही हैं। पिछले दो दिनों में अस्पताल ने शवों की पहचान की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाया है। अब तक लगभग 90 लोगों की पहचान डीएनए सैंपल के मिलान से की जा चुकी है। अहमदाबाद सिविल अस्पताल के एडिशनल सिविल सुपरिडेंट डॉ. रजनीश पटेल ने यह जानकारी दी।
विमान हादसे के बाद शवों की स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित होने के कारण पहचान में मुश्किलें आ रही थीं, जिससे डीएनए टेस्ट की आवश्यकता महसूस हुई। डॉ. रजनीश पटेल ने सोमवार को बताया कि अस्पताल में आए शवों में से 92 शवों के डीएनए सैंपल के मिलान किए जा चुके हैं। इनमें से कुछ समान थे, जिन्हें हटाया गया और 87 डीएनए को अंतिम रूप दिया गया। इनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल हैं, जिनकी पहचान रविवार को डीएनए सैंपल के माध्यम से की गई।
उन्होंने कहा कि अब तक 47 लोगों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए हैं। अभी भी 13 परिवार ऐसे हैं जो अपने प्रियजनों के अंतिम दर्शन और शवों की सुपुर्दगी का इंतजार कर रहे हैं। डॉ. रजनीश पटेल के मुताबिक, अभी तक गुजरात के अहमदाबाद, खेड़ा, बोटाद, मेहसाणा, भरूच, अरावली, आणंद, जूनागढ़, महीसागर और गांधीनगर के परिवारों को उनके सदस्यों की डेड बॉडी सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि रिश्तेदारों के कंफर्मेशन की प्रक्रिया में 12 परिवारों के लोग शामिल हैं। अपने परिजनों के शव के बारे में जानकारी लेने वाले 11 लोग अस्पताल में मौजूद हैं।
जानकारी के अनुसार, प्रशासन लगातार पीड़ित परिवारों से संपर्क में है और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। प्रशासन ने यह स्पष्ट किया है कि डीएनए मिलान की प्रक्रिया पूरी सावधानी और वैज्ञानिक विधियों के आधार पर की जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो।