अहमदाबाद विमान हादसे में 144 लोगों के डीएनए सैंपल का मिलान हुआ है? - हर्ष सांघवी

सारांश
Key Takeaways
- 144 शवों की पहचान की पुष्टि हो चुकी है।
- गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने डीएनए मिलान की प्रक्रिया की जानकारी दी।
- हादसे में 241 लोगों की जान गई थी।
- विमान में आग लगने के कारण पहचान के लिए डीएनए परीक्षण आवश्यक हो गया।
- ब्लैक बॉक्स पहले ही बरामद कर लिया गया है।
अहमदाबाद, 17 जून (राष्ट्र प्रेस)। एयर इंडिया के विमान हादसे में मृतकों के डीएनए मिलान की प्रक्रिया अभी भी जारी है। गुजरात के गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने मंगलवार को इस संबंध में एक अपडेट साझा किया। उन्होंने बताया कि अब तक 144 शवों की पहचान की पुष्टि हो चुकी है।
गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "दोपहर 12 बजे तक 144 डीएनए नमूनों का मिलान किया जा चुका है।"
सोमवार को अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि विमान दुर्घटना में मारे गए 64 लोगों के शव उनके परिवारों को सौंप दिए गए हैं। इसके अलावा, 24 परिवार हमें सूचित करेंगे कि शव कब स्वीकार किए जाएंगे।
इससे पहले, गृह मंत्री हर्ष सांघवी ने अहमदाबाद विमान दुर्घटना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की थी। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में मिले सामान को इकट्ठा कर पीड़ित परिवारों को सौंपा जाएगा।
हर्ष सांघवी ने रविवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को साझा किया, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया, "दुर्घटनास्थल पर मिले हर सामान को सावधानीपूर्वक एकत्र किया जाएगा, उसका दस्तावेजीकरण किया जाएगा और संबंधित परिवारों को सौंपा जाएगा। हमारी टीम इन व्यक्तिगत वस्तुओं का पता लगाने और उनकी पहचान करने के लिए मेहनत कर रही है।"
ज्ञात हो कि 12 जून को एयर इंडिया की अहमदाबाद से लंदन जाने वाली फ्लाइट एक दुर्घटना का शिकार हुई थी। विमान में चालक दल के सभी 12 सदस्य और 230 यात्री सवार थे। हादसे में केवल एक यात्री, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है, की जान बची। शेष 241 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
विमान में आग लगने के कारण उसमें सवार लोगों के शव इस कदर जल चुके थे कि उनकी पहचान के लिए डीएनए परीक्षण आवश्यक हो गया।
एयर इंडिया विमान हादसे में दोनों ब्लैक बॉक्स बरामद हो चुके हैं, जिसके बाद जांचकर्ताओं ने जांच प्रक्रिया को तेज कर दिया है।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (सीवीआर), जिसे आमतौर पर दूसरा ब्लैक बॉक्स कहा जाता है, उसे मलबे के कॉकपिट हिस्से से निकाल लिया गया है। फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर पहले ही बरामद किया जा चुका था।