क्या शाहरुख, विक्रांत मैसी सहित सभी नेशनल अवॉर्ड विजेताओं के लिए अल्लू अर्जुन ने लिखा स्पेशल नोट?

सारांश
Key Takeaways
- शाहरुख खान को मिला पहला बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड।
- विक्रांत मैसी को '12वीं फेल' के लिए मिला सम्मान।
- अल्लू अर्जुन ने सभी विजेताओं को बधाई दी।
- कमल हासन ने भी कलाकारों की सराहना की।
- नेशनल अवॉर्ड्स भारतीय सिनेमा की विविधता का प्रतीक हैं।
मुंबई, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 71वें नेशनल अवॉर्ड्स की घोषणा आज शुक्रवार को की गई। बॉलीवुड में अद्वितीय 33 साल का सफर तय करने के बाद शाहरुख खान को मिला उनका पहला बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड।
शाहरुख खान और एटली को बधाई देते हुए साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सितारे अल्लू अर्जुन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लिखा, "दिल से बधाई मेरे भाई शाहरुख खान को, जिन्होंने जवान के लिए नेशनल अवॉर्ड जीता। आप सिनेमा में 33 साल के शानदार योगदान के लिए इसके हकदार थे। आपकी उपलब्धियों में एक और उपलब्धि सर, मेरे डायरेक्टर एटली को भी दिल से बधाई इस जादुई फिल्म को बनाने के लिए।"
किंग खान के साथ ही बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड विक्रांत मैसी को भी मिला है। उन्हें यह सम्मान उनकी दिल को छू लेने वाली एक्टिंग के लिए दिया गया, जो उन्होंने '12वीं फेल' में की थी।
उन्हें बधाई देते हुए अल्लू अर्जुन ने लिखा, "विक्रांत मैसी भाई को भी बधाई, '12वीं फेल' मेरी पसंदीदा फिल्मों में से एक है। मुझे खुशी है कि इसने भी नेशनल अवॉर्ड जीता है, और आप इसके हकदार थे विक्रांत। पूरी टीम को बधाई, खासतौर पर विनोद सर को।"
इसके अलावा, रानी मुखर्जी को भी उन्होंने बधाई दी। अभिनेता ने उनके लिए लिखा, "रानी मुखर्जी को नमस्कार और शुभकामनाएं बेस्ट एक्ट्रेस का अवॉर्ड जीतने के लिए।"
इसके बाद, अल्लू अर्जुन ने सभी आर्टिस्ट और टेक्नीशियन्स को बधाई दी, जिन्होंने 71वें नेशनल अवॉर्ड्स में पुरस्कार अपने नाम किए हैं।
इसके साथ ही, साउथ इंडियन अभिनेता कमल हासन ने भी शाहरुख खान, विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी को नेशनल अवॉर्ड जीतने पर बधाई संदेश दिया।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जवान के लिए नेशनल अवॉर्ड मिलने पर बधाई शाहरुख खान। इस पहचान की आपको लंबे समय से दरकार थी, जिस तरह से आपका विश्व सिनेमा में प्रभाव रहा है।"
कमल हासन ने रानी मुखर्जी के लिए लिखा, "ऐसा किरदार जो बहुत ही ज्वलंत और नाजुक भी था, उसके लिए आपको राष्ट्रीय स्तर पर पहचाना जाना चाहिए ही था।"
–राष्ट्र प्रेस
जेपी/एबीएम