क्या अमेरिका चीन पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने में जल्दी कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया है।
- चीन पर अभी तक कोई टैरिफ नहीं है।
- वर्तमान में अमेरिका चीन के ऊर्जा संबंधों पर नजर रख रहा है।
नई दिल्ली, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका के विशेष व्यापार दूत स्टीव विटकॉफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई मुलाकात को अमेरिका ने सकारात्मक बताया है। विटकॉफ-पुतिन की वार्ता के बाद अमेरिका ने भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। हालांकि, चीन पर अभी अमेरिका ने कोई टैरिफ नहीं लगाया है।
व्हाइट हाउस के सलाहकार पीटर नवारो ने एबीसी न्यूज के साथ साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका रूसी तेल की खरीद पर चीन पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने में जल्दबाजी नहीं कर रहा है।
हम उस स्थिति में नहीं जाना चाहते जहां हम वास्तव में खुद को नुकसान पहुंचाएं। चीन पहले से ही कई वस्तुओं पर 50 फीसदी टैरिफ के अधीन है।
नवारो ने कहा कि वॉशिंगटन रूस के साथ चीन के ऊर्जा संबंधों पर नजर रख रहा है। हम इंतज़ार कर रहे हैं। तत्काल कोई कार्रवाई की योजना नहीं है।
यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका रूस से ऊर्जा खरीदने वाले देशों पर व्यापार दंड कड़ा कर रहा है।
भारत की तरह, चीन पर भी रूस से तेल खरीदने की स्थिति में अमेरिका ने 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी थी। लेकिन, ट्रंप ने केवल भारत पर ही टैरिफ लगाया है; चीन के खिलाफ ऐसी कार्रवाई से वह फिलहाल बच रहे हैं।
इस बीच, अमेरिका ने स्टीव विटकॉफ और व्लादिमीर पुतिन के बीच बुधवार को हुई मुलाकात को सकारात्मक बताया है। संभावना जताई जा रही है कि यूक्रेन के साथ रूस की जंग को रोकने के लिए ट्रंप पुतिन से अगले सप्ताह मिल सकते हैं।
ट्रंप ने कहा था कि वह स्टीव विटकॉफ और व्लादिमीर पुतिन के बीच मुलाकात के बाद ही भारत पर टैरिफ लगाने का निर्णय करेंगे।