क्या अमेरिका को डाक सेवा निलंबित करने से पाकिस्तान समेत अन्य देशों पर असर पड़ेगा?

सारांश
Key Takeaways
- अमेरिका के नए टैक्स और टैरिफ नियमों ने कई देशों के डाक सेवाओं को प्रभावित किया है।
- पाकिस्तान सहित अन्य देशों ने अमेरिका को डाक भेजने पर रोक लगाई है।
- नए नियमों के कारण व्यापारिक संबंधों में तनाव पैदा हुआ है।
- ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड ने भी डाक सेवा निलंबित की है।
- भारत ने भी पार्सल शिपमेंट पर रोक लगाई है।
इस्लामाबाद, 1 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अमेरिका द्वारा लागू किए गए नए टैक्स और टैरिफ नियमों के परिणामस्वरूप, पाकिस्तान ने अमेरिका की ओर जाने वाली डाक सेवा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान पोस्ट ने अमेरिका के लिए बुक की गई डाक की डिलीवरी को रोक दिया है क्योंकि यह आशंका है कि वाशिंगटन के नए नियमों के कारण यह डाक वापस लौट सकती है।
अमेरिकी प्रशासन द्वारा 25 जुलाई को जारी आदेश के तहत पहले से लागू ड्यूटी-फ्री सुविधा को समाप्त कर दिया गया है। इस नए फैसले का प्रभाव अमेरिकी डाक व्यवस्था पर गहरा पड़ा है, क्योंकि अब अमेरिका जाने वाली सभी डाक पर टैक्स देना अनिवार्य होगा। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, इससे पोस्टल कम्युनिकेशन में बाधा उत्पन्न हुई है।
केवल पाकिस्तान ही नहीं, बल्कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, स्विट्जरलैंड, फ्रांस, स्वीडन, जर्मनी, इटली और डेनमार्क जैसे कई देशों ने भी अमेरिका को सामान भेजने पर रोक लगा दी है।
ऑस्ट्रेलिया पोस्ट ने 26 अगस्त से अमेरिका और प्यूर्टो रिको को डाक भेजने पर आंशिक निलंबन की घोषणा की। एजेंसी ने बताया कि यह निर्णय अमेरिकी सरकार द्वारा कस्टम और इंपोर्ट टैरिफ नियमों में हाल के बदलावों के कारण लिया गया है। अब 800 अमेरिकी डॉलर तक के सामान पर भी ड्यूटी लगेगी, जो पहले टैक्स-फ्री थी। इससे ऑस्ट्रेलियाई व्यवसायों के लिए अमेरिकी ग्राहकों को सामान भेजना कठिन हो गया है।
स्विट्जरलैंड की स्विस पोस्ट ने भी अमेरिका जाने वाले सभी पार्सल स्वीकार करना बंद कर दिया है, केवल आवश्यक दस्तावेज और प्रमाण पत्र जैसे एक्सप्रेस मेल को ही अनुमति दी गई है। एजेंसी ने कहा कि नए अमेरिकी कस्टम नियम नियमित शिपिंग प्रक्रिया में बाधा डालते हैं।
भारत के डाक विभाग ने 25 अगस्त से अमेरिका के लिए पार्सल शिपमेंट पर रोक लगा दी है। विभाग ने सभी प्रकार की डाक जैसे पत्र, दस्तावेज और उपहार जो 100 अमेरिकी डॉलर तक के मूल्य के हैं, उनकी बुकिंग निलंबित कर दी है। विभाग का कहना है कि "कैरीयर की अक्षमता और अनिश्चित नियामक ढांचे" के कारण अमेरिका को भेजी जाने वाली सभी श्रेणियों की डाक पर पूर्ण रोक लगाई गई है।
फ्रांस की ला पोस्ट ने शिकायत की कि अचानक हुए इस नीति बदलाव ने उन्हें नए कस्टम नियमों के अनुसार अपने डिजिटल सिस्टम को दोबारा कॉन्फ़िगर करने का कोई समय नहीं दिया।