क्या अमेरिका में शटडाउन ने सियासी संग्राम को और बढ़ा दिया?

सारांश
Key Takeaways
- सरकारी शटडाउन अमेरिकी राजनीतिक संकट का संकेत है।
- डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच तनाव बढ़ा है।
- बजट पर सहमति न बनने से सामाजिक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
- शटडाउन का असर सैन्यकर्मियों और छोटे व्यवसायों पर पड़ेगा।
- राजनीतिक संवाद की कमी से समस्या और बढ़ सकती है।
वाशिंगटन, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। एक बार फिर वॉशिंगटन डीसी अनिश्चितता और राजनीतिक संघर्ष का केंद्र बन गया है। अमेरिकी संसद में बजट पर समझौता नहीं हो सका और “सरकारी शटडाउन” की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस बिल को लेकर डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स के बीच तकरार जारी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही इस स्थिति के लिए डेमोक्रेट्स को जिम्मेदार ठहरा चुके हैं, और अब पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भी रिपब्लिकन्स पर हमला किया है।
हैरिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिकी नागरिकों को आश्वस्त करने की कोशिश की कि यह स्थिति इस लिए उत्पन्न हुई है क्योंकि "आपकी सरकार स्वास्थ्य सेवा पर खर्च नहीं करना चाहती।" उन्होंने स्पष्ट किया, "रिपब्लिकन्स ही व्हाइट हाउस, सदन और सीनेट के प्रभारी हैं, इसलिए यह शटडाउन उनकी ही देन है।"
कांग्रेस सदस्य शोंटेल ब्राउन ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप और रिपब्लिकन्स इस शटडाउन के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, "रिपब्लिकन सरकार को धन मुहैया कराने में पूरी तरह नाकाम रहे हैं। जब सरकार शटडाउन के कगार पर थी, तब हाउस रिपब्लिकन्स वाशिंगटन में भी नहीं थे। यह संयोग नहीं है; यह जानबूझकर किया गया निर्णय था। हम (डेमोक्रेट्स) स्वास्थ्य सेवा के लिए काम करने आए थे - वे छुट्टी पर चले गए।"
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक यह शटडाउन जारी रहेगा, उत्तर-पूर्वी ओहायो के परिवारों, मजदूरों और समुदायों को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी: सैन्यकर्मियों और संघीय कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा, सामाजिक सुरक्षा और पूर्व सैनिकों की सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं और छोटे व्यवसायों के लिए ऋण भी रुक सकते हैं।
कांग्रेस सदस्य जैस्मीन क्रॉकेट ने एक्स पर कहा कि रिपब्लिकन्स ने "अव्यवस्था को चुना है।" उन्होंने लिखा, "कोई गलतफहमी न रखें, रिपब्लिकन्स - हाउस, सीनेट और व्हाइट हाउस पर नियंत्रण रखते हैं। यह उनका शटडाउन है। उनके पास शासन करने के सभी साधन थे, फिर भी उन्होंने अव्यवस्था को चुना। इसकी कीमत अमेरिकी जनता चुका रही है।"
फंडिंग बिल पास कराने के लिए 100 सदस्यों वाले सीनेट में 60 वोटों की जरूरत थी। भले ही रिपब्लिकन पार्टी के पास सीनेट और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स का नियंत्रण है, लेकिन वे बिल पास कराने में सात वोट कम पड़ गए।
डेमोक्रेटिक नेताओं ने सोमवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की, लेकिन किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुँच सके। मुलाकात के कुछ घंटों बाद, ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक एआई-जनरेटेड वीडियो साझा किया, जिसमें सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीज और सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर का मजाक उड़ाया गया। ट्रंप ने मंगलवार को डेमोक्रेट्स पर आरोप लगाना जारी रखा और कहा कि उन्होंने "उन्हें जरा भी झुकते नहीं देखा।"