क्या अमेरिकन महिला ने भारतीय हेल्थ केयर सिस्टम की तारीफ की?

सारांश
Key Takeaways
- भारत में स्वास्थ्य सेवाएँ सस्ती और सुलभ हैं।
- क्रिस्टन फिशर का अनुभव भारत की स्वास्थ्य प्रणाली को उजागर करता है।
- अमेरिका में स्वास्थ्य सेवाओं की लागत अधिक है।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक अमेरिकन महिला का वीडियो तेजी से फैल रहा है, जिसमें वह भारत के हेल्थ केयर सिस्टम की सराहना कर रही हैं। इस महिला को भारतीय स्वास्थ्य सेवाएँ इतनी प्रभावशाली लगीं कि उन्होंने इसका यूएस के साथ तुलना की।
इस 'वायरल महिला' का नाम क्रिस्टन फिशर है, जो पिछले चार वर्षों से भारत में निवास कर रही हैं। क्रिस्टन ने इंस्टाग्राम पर एक रील साझा की, जिसमें उन्होंने अपने इलाज के अनुभव को साझा किया।
उन्होंने बताया कि उनके अंगूठे में चोट लग गई थी और बहुत अधिक खून बह रहा था। ऐसे में वह साइकिल चलाकर नजदीकी अस्पताल पहुंचीं, जहाँ मात्र 50 रुपए में उनका इलाज हुआ।
क्रिस्टन ने यह भी बताया कि अस्पताल उनके निवास स्थान से बहुत निकट था, जिसके कारण वह तुरंत वहाँ पहुँच सकीं। उनके अंगूठे से इतना खून बह रहा था कि इसे रोकना कठिन हो गया था, और उन्हें लगा कि टांके लगाने की आवश्यकता होगी।
हालांकि, 45 मिनट के अंदर सही इलाज मिलने के कारण खून रुक गया और टांके लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। इसके लिए उन्हें मात्र 50 रुपए का शुल्क देना पड़ा।
क्रिस्टन ने कहा कि अमेरिका की तुलना में भारत में इलाज का खर्च बहुत कम है। उन्होंने उल्लेख किया कि उनके घर से केवल 5 मिनट की दूरी पर अस्पताल है और भारत में डॉक्टर या अस्पताल तक पहुँचना बहुत सरल है। पूरे इलाज का खर्च केवल 50 रुपए (लगभग 60 सेंट) आया, जबकि अमेरिका में इतनी छोटी चोट पर भी भारी-भरकम बिल बनता है। वहाँ तो केवल इंश्योरेंस प्रीमियम ही 1-2 हजार डॉलर प्रति महीना होता है।
इस वीडियो के बाद, सोशल मीडिया पर भारत बनाम अमेरिका को लेकर बहस छिड़ गई है। कुछ लोगों ने क्रिस्टन के भारत के प्रति सकारात्मक विचारों के लिए धन्यवाद किया, जबकि एक यूजर ने मजाक में कहा कि यदि डॉक्टर आपका पड़ोसी होता तो 50 रुपए भी माफ हो जाते।
-- राष्ट्र प्रेस
कनक/एबीएम