क्या अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, नालंदा विश्वविद्यालय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता?
सारांश
Key Takeaways
- नालंदा विश्वविद्यालय की विरासत की रक्षा का आश्वासन।
- बिहार में विकास के लिए कई योजनाएं प्रस्तावित।
- एनडीए सरकार के शासन में कानून-व्यवस्था में सुधार।
- अमित शाह ने लालू और राबड़ी के शासन की तुलना की।
- जनता को आशीर्वाद देने की अपील।
नालंदा, 25 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज़ हो गई हैं। विभिन्न राजनीतिक दल अपनी चुनावी प्रचार में पूरी ताकत लगा रहे हैं। इसी क्रम में खगड़िया और मुंगेर के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार के नालंदा पहुँचे, जहाँ उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया।
अमित शाह ने कहा कि नालंदा की पावापुरी में 24वें तीर्थंकर महावीर स्वामी ने निर्वाण प्राप्त किया था। यहीं पर नालंदा का विश्व प्रसिद्ध विश्वविद्यालय कुमारगुप्त ने स्थापित किया था, जिसे 12वीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी ने नष्ट कर दिया था।
शाह ने आगे कहा कि जब बख्तियार खिलजी ने नालंदा विद्यापीठ को जलाया, तब इसके पुस्तकालय से 6 महीने तक पुस्तकों के जलने का धुआं उठता रहा। यह विनाश का कार्य बख्तियार खिलजी का था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से नालंदा विश्वविद्यालय का निर्माण कर हमारे नालंदा की विरासत को पुनर्जीवित किया है।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि यह एनडीए का शासन है, अब 100 बख्तियार खिलजी भी आ जाएं, नालंदा विश्वविद्यालय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने विकास और विरासत दोनों का संतुलन स्थापित किया है। यहाँ हम एआई और डेटा का नया युग आरंभ करने वाले हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में कई बड़े कारखाने और एग्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री स्थापित करेंगे, जो किसानों की आय बढ़ाएगी और औद्योगिक विकास को भी बढ़ावा देगी।
शाह ने यह भी कहा कि इस बार बिहार में 2 चरणों में चुनाव होंगे। लालू और राबड़ी के शासन में कानून-व्यवस्था इतनी खराब हो गई थी कि चुनाव 6-6 चरणों में कराए जाते थे। अब पीएम मोदी और सीएम नीतीश के शासन में 6 चरणों की जगह 2 चरणों में चुनाव हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लालू के बेटे बिहार की कानून व्यवस्था की बात कर रहे हैं। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि पहले अपने गिरेबान में झांककर देखें। 2005 की तुलना में 2024 में हत्याओं में 20 प्रतिशत, डकैती में 80 प्रतिशत और फिरौती में भी 80 प्रतिशत की कमी आई है। अब बिहार सुरक्षित हो गया है।
अमित शाह ने कहा कि हाल ही में पीएम मोदी और सीएम नीतीश ने बिहार की 1.21 करोड़ जीविका दीदी के खातों में 10-10 हजार रुपए एक क्लिक में ट्रांसफर किया। सभी के लिए 125 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी। युवाओं को ग्रेजुएट होने के बाद 2 साल तक 1000 रुपए भत्ता मिलेगा। उन्होंने कहा कि विधवा पेंशन को 400 से बढ़ाकर 1100 किया गया, वृद्धावस्था पेंशन को भी 400 से बढ़ाकर 1100 किया गया है।
शाह ने आगे कहा कि लालू अपने बेटे को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं और सोनिया अपने बेटे को देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहती हैं। जो परिवार की राजनीति करते हैं, वे अपने बच्चों के लिए सरकार चलाते हैं। वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश गरीबों के लिए सरकार चलाते हैं। उन्होंने कहा कि आपने 20 साल तक आशीर्वाद दिया है, एक और 5 साल आशीर्वाद दीजिए। हम बिहार को विकसित बिहार बना देंगे।