क्या अनुपम खेर ने दिल्ली के डीएवी स्कूल में साझा किया खास अनुभव और 'तन्वी द ग्रेट' को मिला समर्थन?

सारांश
Key Takeaways
- अनुपम खेर का डीएवी स्कूल से जुड़ाव और अनुभव साझा करना।
- 'तन्वी द ग्रेट' फिल्म का सामाजिक संदेश।
- स्कूल की कार्यकारिणी समिति का समर्थन।
- ऑटिज्म के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
- शिक्षा और मनोरंजन का अनूठा संगम।
मुंबई, 16 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध अभिनेता अनुपम खेर ने हाल ही में दिल्ली के डीएवी स्कूल के मुख्यालय का दौरा किया। उन्होंने इस मुलाकात की वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें उन्होंने बताया कि वह भी डीएवी स्कूल के पूर्व छात्र हैं।
वीडियो में अनुपम खेर ने खुलासा किया कि वे 1971 में शिमला के डीएवी हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई कर चुके हैं। उन्होंने गर्व से कहा, "मेरे लिए यह एक विशेष अवसर है कि मैं डीएवी स्कूल का छात्र रहा हूं। दिल्ली के मुख्यालय में आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।"
अनुपम ने स्कूल के प्रिंसिपल, उप-प्रिंसिपल, शिक्षकों और अन्य अधिकारियों से संवाद किया। इस पर एक अधिकारी ने कहा, "हमें आप पर बहुत गर्व है कि आप यहां आए।" इस दौरान अनुपम ने अपनी नई फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' को डीएवी स्कूलों में छात्रों को दिखाने का निवेदन किया। स्कूल की कार्यकारिणी समिति ने फिल्म को देखा और इसे अत्यधिक पसंद किया, जिसके बाद यह तय किया गया कि देशभर के डीएवी स्कूलों में इस फिल्म का प्रदर्शन होगा।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, "मैं हमेशा गर्व से कहता हूं कि मैं शिमला के डीएवी स्कूल का छात्र रहा हूं। दिल्ली के डीएवी कार्यकारिणी कार्यालय में जाकर मुझे अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और अन्य अधिकारियों से मिलने का सौभाग्य मिला।"
स्कूल समिति का आभार व्यक्त करते हुए अनुपम ने कहा, "मुझे उम्मीद है कि 'तन्वी द ग्रेट' ऑटिस्टिक बच्चों और उनके परिवारों को प्रेरित करेगी।"
'तन्वी द ग्रेट' एक ऐसी फिल्म है जो ऑटिज्म से प्रभावित बच्चों और उनके परिवारों की कहानी को दर्शाती है। अनुपम की इस पहल को डीएवी स्कूल के समर्थन से और मजबूती मिली है। यह फिल्म सामाजिक जागरूकता और प्रेरणा का एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। अनुपम ने इस अवसर पर सभी का दिल से धन्यवाद किया और कहा, "जय हो!"