क्या अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल ने युवाओं से बदलाव का वाहक बनने का आग्रह किया?
सारांश
Key Takeaways
- युवाओं को बदलाव का वाहक बनने का आह्वान
- समाज की समस्याओं के समाधान में सक्रिय भागीदारी
- पर्यावरण संरक्षण का महत्व
- नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता
- बुनियादी शिक्षा की आवश्यकता
ईटानगर, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) के.टी. परनाइक ने बुधवार को युवाओं से परिवर्तन का वाहक बनने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के दृष्टिकोण में सक्रिय भागीदारी करने का आग्रह किया।
राज्यपाल ने ईटानगर स्थित राजभवन में राजीव गांधी विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) स्वयंसेवकों और कार्यक्रम अधिकारियों से संवाद किया, जिसमें भारत-राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार विजेता राजा बोसुमतारी भी शामिल थे।
उन्होंने एनएसएस कार्यक्रम अधिकारियों और स्वयंसेवकों को अपने दैनिक जीवन में जिज्ञासा, सहानुभूति और सकारात्मकता विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
राज्यपाल ने उनसे समस्या-समाधान की भावना विकसित करने और हर चुनौती का रचनात्मक दृष्टिकोण से सामना करने का आग्रह किया।
राजीव गांधी विश्वविद्यालय के मुख्य रेक्टर के रूप में, राज्यपाल ने युवाओं से परिवर्तन के वाहक बनने और प्रधानमंत्री के विकसित और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि राष्ट्र की प्रेरक शक्ति के रूप में, युवाओं को ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं के समाधान, सामाजिक जागरूकता बढ़ाने और सामूहिक कार्रवाई को प्रेरित करने के लिए प्रौद्योगिकी, नवाचार और रचनात्मकता का उपयोग करना चाहिए।
नशीले पदार्थों के बढ़ते दुरुपयोग पर चिंता व्यक्त करते हुए, राज्यपाल ने स्वयंसेवकों से समाज के हर वर्ग तक पहुंचने वाले जागरूकता अभियान चलाने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा कि उन्हें हमारे लोगों की अंतरात्मा को जागृत करना होगा और उन्हें स्वस्थ, अधिक उद्देश्यपूर्ण जीवन की ओर ले जाना होगा।
पर्यावरणीय उत्तरदायित्व के महत्व पर जोर देते हुए, उन्होंने कार्यक्रम अधिकारियों और स्वयंसेवकों को पर्यावरण संरक्षण, सतत अपशिष्ट प्रबंधन और आत्मनिर्भरता एवं सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने वाले ग्राम गोद लेने के कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी।
उन्होंने उनसे माता-पिता और अभिभावकों के साथ जुड़ने और उन्हें यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करने की भी अपील की कि प्रत्येक बच्चा बुनियादी शिक्षा पूरी करे, जो बेहतर भविष्य की नींव है।