क्या जनता की बुनियादी सवालों से केंद्र सरकार का कोई सरोकार नहीं है: अशोक गहलोत?

सारांश
Key Takeaways
- भाजपा पर चुनावी धांधली के आरोप
- जीएसटी में बदलाव की आवश्यकता
- गौ सेवा का मुद्दा
- ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप
- इलेक्टोरल बॉन्ड का भुगतान
भीलवाड़ा, 22 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रमुख नेता अशोक गहलोत ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर कड़ा हमला किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा का हिंदू राष्ट्र का नारा अब कमजोर हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्राफ लगातार गिर रहा है। गहलोत ने देश की मौजूदा चुनौतियों जैसे बेरोजगारी, महंगाई और भूखमरी पर ध्यान देने की आवश्यकता बताई और कहा कि देश को प्यार-मोहब्बत की जरूरत है।
गहलोत ने भाजपा पर चुनावी धांधली का आरोप लगाया, कहकर कि चुनाव के दौरान हमारे खिलाफ झूठे मुद्दे खड़े कर चुनाव में धांधली की गई। भाजपा सांप्रदायिक आधार पर लोगों को बांटने का कार्य कर रही है।
जीएसटी के मुद्दे पर अशोक गहलोत ने कहा कि यूपीए सरकार ने जीएसटी का प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें एक या दो स्लैब की बात थी। लेकिन भाजपा सरकार ने 28 प्रतिशत, 18 प्रतिशत, 12 प्रतिशत जैसे चार स्लैब लागू किए, जिससे व्यापारियों में भय का माहौल बन गया है। कुछ लोग जेल जा रहे हैं, कुछ धमकी दे रहे हैं, और कुछ सौदेबाजी कर रहे हैं।
गहलोत ने इलेक्टोरल बॉन्ड पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आतंक मचाया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसे असंवैधानिक करार दे दिया। उन्होंने मांग की कि इलेक्टोरल बॉन्ड से जमा पैसा पीएम रिलीफ फंड में जमा होना चाहिए, क्योंकि इसे लूटा गया है।
जीएसटी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए गहलोत ने कहा कि अब जाकर इसमें बदलाव किए गए हैं।
गौ सेवा के मुद्दे पर अशोक गहलोत ने भाजपा को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “भाजपा गौ भक्त बनती है, लेकिन गौ सेवा हम करते हैं। नौ महीने से गौशालाओं को भुगतान नहीं हुआ। हमारी सरकार होती तो ये भेदभाव का आरोप लगाते।”
पूर्व मुख्यमंत्री वासुंधरा राजे पर तंज कसते हुए गहलोत ने कहा, “मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा नए हैं, इसलिए सोचना पड़ता है। वासुंधरा होती तो उन पर हमले करने में मजा आता।”
गहलोत ने ईवीएम पर भी सवाल उठाए और कहा कि चुनाव आयोग और सरकार की मिलीभगत से वोट चोरी हो रही है। उन्होंने कहा, “ईवीएम में गड़बड़ी का माहौल बना हुआ है। हमारे नेता राहुल गांधी ने तथ्यों के आधार पर इसकी सच्चाई जनता के सामने रखी है।”
गहलोत ने बदले की भावना को भाजपा और आरएसएस की संस्कृति का हिस्सा बताया और कहा कि यह कांग्रेस की संस्कृति में नहीं है।