क्या एशिया कप में शुभमन गिल की एंट्री से संजू सैमसन की चुनौती बढ़ गई है?

सारांश
Key Takeaways
- शुभमन गिल की एंट्री ने संजू सैमसन की चुनौतियों को बढ़ाया।
- गिल को उपकप्तान बनाया गया है, जिससे उनका खेलना लगभग तय है।
- जितेश शर्मा और अभिषेक शर्मा की उपस्थिति ने सैमसन की स्थिति को और चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
- संजू सैमसन की टी20 में शानदार रिकॉर्ड है, लेकिन गिल की एंट्री ने उनकी संभावनाओं को प्रभावित किया है।
नई दिल्ली, 20 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 के लिए भारतीय क्रिकेट टीम की घोषणा मंगलवार को की गई। इस टीम में शुभमन गिल की एंट्री हुई है, जिन्हें उपकप्तान भी बनाया गया है। इंग्लैंड दौरे से पहले गिल की जगह पक्की नहीं थी, लेकिन कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर इंग्लैंड में उनके असाधारण प्रदर्शन ने चयनकर्ताओं को उनके चयन के लिए मजबूर कर दिया।
गिल की एंट्री के बाद संजू सैमसन की स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है। सैमसन ने हाल ही में टी20 फॉर्मेट में ओपनर के रूप में शानदार सफलता हासिल की है। विकेटकीपर होने के नाते उनकी प्लेइंग इलेवन में जगह मजबूत थी, लेकिन गिल की एंट्री ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
असल में, गिल को भी ओपनर के रूप में टीम में शामिल किया गया है। चूंकि वे उपकप्तान हैं, उनका खेलना लगभग निश्चित है। अगर गिल प्लेइंग इलेवन में आते हैं और पारी की शुरुआत करते हैं, तो सैमसन की स्थिति और भी मुश्किल हो जाएगी।
सैमसन मध्यक्रम में उतने प्रभावी नहीं हैं। टीम में जितेश शर्मा के रूप में एक अन्य विकेटकीपर बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अपने मध्यक्रम में तूफानी बल्लेबाजी से अपनी क्षमता साबित की है। ऐसे में गिल के ओपनर होने की स्थिति में जितेश को मौका मिल सकता है और सैमसन को बाहर बैठना पड़ सकता है।
टीम में तीसरे ओपनर अभिषेक शर्मा भी हैं, जिनका प्लेइंग इलेवन में स्थान लगभग तय है। शर्मा की विस्फोटक बल्लेबाजी और गेंदबाजी क्षमता के कारण उनका चयन अनिवार्य है। गिल उपकप्तान हैं, इसलिए सैमसन के लिए प्लेइंग 11 में जगह बनाना कठिन हो गया है। दोनों के टीम में होने पर तिलक वर्मा या रिंकू सिंह को बाहर होना पड़ सकता है।
संजू सैमसन ने 42 टी20 मैचों की 38 पारियों में 3 शतक और 2 अर्धशतक लगाते हुए 861 रन बनाए हैं। दूसरी ओर, शुभमन गिल ने 21 टी20 मैचों में 1 शतक और 3 अर्धशतक के साथ 578 रन बनाए हैं।