क्या मणिपुर में असम राइफल्स ने उग्रवादियों के ठिकाने पर की बड़ी कार्रवाई?
सारांश
Key Takeaways
- उग्रवादियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई।
- हथियारों की बड़ी मात्रा बरामद हुई।
- सुरक्षा बलों की सक्रियता बढ़ी है।
- स्थानीय लोगों में राहत की भावना है।
- राज्य सरकार का सहयोग जारी है।
इम्फाल, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। मणिपुर में शांति बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की सक्रियता लगातार जारी है। हाल की एक सफलता में असम राइफल्स ने इम्फाल पश्चिम जिले की पुलिस कमांडो के साथ मिलकर एक छापेमारी की। यह कार्रवाई इम्फाल पश्चिम के नगैरंगबाम क्षेत्र में हुई, जहां खुफिया सूचना के आधार पर एक संदिग्ध उग्रवादी ठिकाने को निशाना बनाया गया।
सुरक्षा बलों ने सावधानी और सटीकता के साथ क्षेत्र का घेराव कर तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान जो सामान बरामद हुआ, उसने सभी को चौंका दिया। वहां से एक सिंगल बैरल बंदूक, एक बोल्ट एक्शन राइफल, पांच नौ मिलीमीटर पिस्तौल, साठ जीवित कारतूस, पांच हथगोले और दो देसी बम मिले। इसके साथ ही, दो बाओफेंग वॉकी-टॉकी सेट, एक मोटोरोला हैंडसेट और अन्य युद्धक सामग्री भी मिली। यह सब सामान किसी बड़े हमले की तैयारी के लिए इकट्ठा किया गया था।
इस कार्रवाई के बाद सभी बरामद वस्तुओं को सील कर पटसोई पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया, ताकि आगे की जांच और कानूनी कार्रवाई की जा सके। असम राइफल्स के अधिकारियों का कहना है कि मणिपुर में हिंसा फैलाने की हर कोशिश को इसी तरह नाकाम किया जाएगा।
पिछले डेढ़ साल से मणिपुर में जातीय तनाव के चलते सुरक्षा बलों ने सैकड़ों ऐसे ठिकानों को ध्वस्त किया है और हजारों हथियार बरामद किए हैं। स्थानीय लोग भी इस तरह की कार्रवाइयों से राहत महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक अवैध हथियार और उग्रवादी ठिकाने खत्म नहीं होंगे, तब तक सुकून नहीं मिलेगा।
असम राइफल्स, भारतीय सेना और मणिपुर पुलिस मिलकर दिन-रात गश्त और सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। राज्य सरकार भी लगातार केंद्र से बल की मांग कर रही है, ताकि जल्द से जल्द हालात सामान्य हो सकें।