क्या अयोध्या दीपोत्सव-2025 में 26 लाख से अधिक दीप जलाकर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेगा?

सारांश
Key Takeaways
- अयोध्या दीपोत्सव 19 अक्टूबर को होगा।
- 26 लाख से अधिक दीये जलाए जाएंगे।
- गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी चल रही है।
- आयोजन में सरयू तट और अन्य घाटों पर अलौकिक दृश्य प्रस्तुत किए जाएंगे।
- यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक पहचान को बढ़ाएगा।
लखनऊ, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अयोध्या में 19 अक्टूबर को दीपोत्सव-2025 के दौरान 26 लाख से अधिक दीयों को जलाकर एक ऐतिहासिक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की योजना बनाई जा रही है। उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा सरयू तट, राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर दीयों की एक अद्भुत श्रृंखला प्रस्तुत की जाएगी। राम नगरी का दीपोत्सव एक बार फिर अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए तैयार है।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि विभागीय तैयारियाँ तेजी से चल रही हैं। मंत्री ने यह भी बताया कि अयोध्या में 2017 से भव्य एवं दिव्य दीपोत्सव मनाया जा रहा है। दीपोत्सव-2025 में भी सरयू नदी पर सबसे बड़े दीप प्रज्वलन और सबसे बड़े आरती समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष 26 लाख से अधिक दीयों के साथ नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी की जा रही है। यह दीपोत्सव न केवल अयोध्या के सांस्कृतिक वैभव को प्रदर्शित करेगा, बल्कि इसकी वैश्विक पहचान को भी मजबूत करेगा।
अयोध्या दीपोत्सव हर वर्ष अपने पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित करती है। मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद दूसरे दीपोत्सव को भव्यता और दिव्यता से मनाने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। राम की पैड़ी और अन्य घाटों पर इस बार 26 लाख से अधिक दीयों को जलाकर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया जाएगा। सरयू तट पर अब तक की सबसे बड़ी आरती का आयोजन भी होगा, जिसमें 1,100 से अधिक धर्माचार्य, संत-महात्मा और नगरवासी शामिल होंगे। आयोजन से तीन दिन पहले तैयारी शुरू होगी। गिनीज मानकों के अनुसार सभी डिजाइन और समन्वय स्थापित किए जाएंगे।
इस दौरान छात्र-स्वयंसेवक, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के सफल संचालन में मदद करेंगे। ये स्वयंसेवक दीयों की सजावट, प्रज्वलन, गिनती और सत्यापन की जिम्मेदारी निभाएंगे। आयोजन के दौरान दीयों की संख्या को सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया तकनीकी और पारदर्शी तरीके से पूरी की जाएगी, ताकि रिकॉर्ड का सफल क्रियान्वयन हो सके।
दीपोत्सव-2025 के दौरान गिनीज रिकॉर्ड प्रयासों की सफलता सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग, अयोध्या जिला प्रशासन, अवध विश्वविद्यालय और अन्य संस्थाओं के बीच निरंतर समन्वय किया जाएगा। कार्यक्रम में गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक मंडल की उपस्थिति में प्रक्रिया और साक्ष्यों का मिलान किया जाएगा। रिकॉर्ड की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री को पर्यटन मंत्री सहित अन्य मंत्रियों की उपस्थिति में प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा।
मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ''अयोध्या दीपोत्सव केवल राज्य ही नहीं, बल्कि संपूर्ण भारत की आस्था, संस्कृति और आध्यात्मिकता का विश्वस्तरीय प्रतीक बन चुका है। भगवान श्रीराम की नगरी में दीपोत्सव का यह पर्व हमारे लिए गर्व का अवसर है, जहां परंपरा और आधुनिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। दीयों की श्रृंखला न केवल श्रीराम के आदर्शों का स्मरण कराती है, बल्कि विश्व बंधुत्व का संदेश भी देती है।''
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने कहा, ''दीपोत्सव हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपराओं को प्रदर्शित करता है। इस वर्ष अयोध्या में आयोजित दीपोत्सव को पिछले वर्षों की तुलना में और अधिक भव्य बनाने की तैयारियाँ की जा रही हैं। अद्भुत झांकियों और मनोरम दृश्यों के साथ विभागीय प्रयास है कि यह आयोजन न केवल देशवासियों बल्कि दुनियाभर के पर्यटकों के लिए भी एक यादगार अनुभव बने।''