क्या अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो गया?

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क्या अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो गया?

सारांश

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है, और सभी प्रमुख मंदिरों में ध्वज और कलश स्थापित कर दिए गए हैं। यह खबर श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखती है। जानिए इस महत्त्वपूर्ण घटना के बारे में विस्तार से।

Key Takeaways

  • राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हुआ।
  • ध्वज और कलश स्थापित किए गए हैं।
  • सभी प्रमुख मंदिर पूर्ण हुए हैं।
  • जनता की सुविधाओं से जुड़े कार्य भी पूर्ण हो चुके हैं।
  • प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी।

अयोध्या, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण अब पूर्ण रूप से संपन्न हो चुका है। यह जानकारी श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने भक्तों के साथ साझा की।

उक्त क्षेत्र ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि सभी श्रीरामभक्तों को यह सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि मंदिर निर्माण से संबंधित सभी कार्य समाप्त हो गए हैं, जिसमें मुख्य मंदिर और परकोटा के 6 मंदिर शामिल हैं - भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा, तथा शेषावतार मंदिर भी तैयार हो चुके हैं। इन पर ध्वजदण्ड और कलश स्थापित कर दिए गए हैं।

इसके अलावा, सप्त मण्डप, जिसमें महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, महर्षि अगस्त्य, निषादराज, शबरी और ऋषि पत्नी अहल्या के मंदिर भी शामिल हैं, का निर्माण भी पूरा हो गया है। संत तुलसीदास का मंदिर भी बनकर तैयार है और जटायु तथा गिलहरी की प्रतिमाएं भी स्थापित की जा चुकी हैं।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने यह भी बताया कि जो कार्य दर्शनार्थियों की सुविधा से जुड़े हैं, वे सभी पूर्ण हो चुके हैं। मानचित्र के अनुसार, सड़कें और फ्लोरिंग का कार्य एलएंडटी द्वारा और भूमि सौंदर्यकरण, हरियाली और लैंडस्केपिंग कार्य जीएमआर द्वारा तेज गति से चल रहा है। वहीं, कुछ कार्य, जैसे 3.4 किलोमीटर लंबी चारदीवारी, ट्रस्ट कार्यालय, अतिथि गृह और सभागार, अभी भी चल रहे हैं।

गौरतलब है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण से संबंधित कार्य 15 जनवरी 2021 को प्रारंभ हुए थे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के पश्चात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन किया था।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च 2020 को जन्मभूमि पर विराजमान रामलला को सिर पर उठाकर परिसर में निर्मित वैकल्पिक गर्भगृह में स्थापित किया था। भूमि पूजन के बाद, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने जनवरी 2021 से मंदिर निर्माण के लिए नींव की खोदाई प्रारंभ की थी। अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी।

Point of View

बल्कि यह पूरे देश की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है। यह स्थल न केवल श्रद्धालुओं के लिए बल्कि समस्त भारतीय समाज के लिए गर्व का विषय है।
NationPress
27/10/2025

Frequently Asked Questions

राम मंदिर का निर्माण कब शुरू हुआ?
राम मंदिर का निर्माण कार्य 15 जनवरी 2021 को प्रारंभ हुआ था।
भूमि पूजन कब किया गया था?
भूमि पूजन 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था।
राम मंदिर में कौन-कौन से मंदिर शामिल हैं?
राम मंदिर में भगवान शिव, भगवान गणेश, भगवान हनुमान, सूर्यदेव, देवी भगवती, देवी अन्नपूर्णा और अन्य मंदिर शामिल हैं।
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कब हुई?
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होने वाली है।
मंदिर के निर्माण की जिम्मेदारी किसकी है?
मंदिर के निर्माण का कार्य श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा किया जा रहा है।