क्या बाबा रामदेव ने 'सचखंड श्री दरबार साहिब' में मत्था टेका और बाढ़ पीड़ितों के लिए 1 करोड़ रुपए दिए?

सारांश
Key Takeaways
- बाबा रामदेव ने सचखंड श्री दरबार साहिब में श्रद्धा के साथ मत्था टेका।
- उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिए 1 करोड़ रुपए का चेक दिया।
- एसजीपीसी ने बाढ़ राहत के लिए 20 करोड़ रुपए की घोषणा की।
- बाढ़ ने पंजाब के कई जिलों में तबाही मचाई।
- Punjabi समुदाय की हिम्मत और एकता अद्भुत है।
अमृतसर, 1 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। योग गुरु बाबा रामदेव ने बुधवार को सचखंड श्री दरबार साहिब में श्रद्धा के साथ मत्था टेका और गुरु साहिबान से आशीर्वाद लिया। इस विशेष अवसर पर उन्होंने पंजाब में हाल ही में आई विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) को 1 करोड़ रुपए का चेक राहत फंड के रूप में प्रदान किया।
बाबा रामदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "गुरु नानक देव जी का उपदेश 'नाम जपो, किरत करो, वंड छको' आज भी सम्पूर्ण मानवता के लिए मार्गदर्शन है। सेवा ही असली धर्म है। जब किसी समुदाय या क्षेत्र पर संकट आता है, तो इंसानियत के नाते सभी को आगे आना चाहिए।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह 1 करोड़ रुपए की सहायता कोई बड़ी भेंट नहीं है, बल्कि गुरु की सेवा में एक छोटी सी आहुति है।
रामदेव ने पंजाबी समुदाय को बहादुर और हिम्मत वाला बताया। उन्होंने कहा, "अगस्त-सितंबर 2025 में आई बाढ़ ने पंजाब के कई जिलों, जैसे गुरदासपुर, कपूरथला, फिरोजपुर और अबोहर, में भारी तबाही मचाई है। हजारों एकड़ फसलें नष्ट हो गईं, पशुधन बह गया और हजारों परिवार बेघर हो गए। फिर भी, पंजाब की जनता की हिम्मत अद्भुत है। यह समुदाय जल्द ही इस संकट से उबरकर फिर से अपने पैरों पर खड़ा हो जाएगा।"
रामदेव ने एसजीपीसी द्वारा बाढ़ राहत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि एसजीपीसी ने पहले ही 20 करोड़ रुपए का राहत कोष घोषित किया है, जिसमें 8 लाख लीटर डीजल किसानों को वितरित किया गया है ताकि वे अपनी ज़मीन को फिर से खेती योग्य बना सकें। छोटे किसानों को मुफ्त बीज दिए जा रहे हैं और प्रभावित गुरुद्वारों को 50-50 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जा रही है। इसके अलावा, लंगर सेवाओं के माध्यम से हजारों पीड़ितों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा, "एसजीपीसी का यह प्रयास सराहनीय है, जो सिख सिद्धांतों का जीवंत उदाहरण है।"