क्या बाबुल सुप्रियो अपने बच्चों को धोनी से मिलवा सके?

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क्या बाबुल सुप्रियो अपने बच्चों को धोनी से मिलवा सके?

सारांश

बाबुल सुप्रियो की दिल छूने वाली कहानी, जिसमें उनके बच्चे धोनी से मिलने की चाहत रखते हैं। हालांकि, कोशिशें नाकाम रहती हैं। जानिए इस भावनात्मक पल के पीछे की सच्चाई।

Key Takeaways

  • बाबुल सुप्रियो की कहानी में बच्चों की मासूमियत का जिक्र है।
  • खुद को महेंद्र सिंह धोनी से मिलवाने में नाकाम रहना एक भावनात्मक अनुभव है।
  • मशहूर हस्तियों के प्रति लोगों का प्यार हमेशा जीवित रहता है।
  • एक पिता की मजबूरी और बच्चों की इच्छाओं का मेल।
  • इस कहानी ने हमें यह सिखाया कि प्रेम और सम्मान लोगों को जोड़ते हैं।

मुंबई, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सोशल मीडिया के युग में, मशहूर हस्तियों से जुड़ी छोटी-सी कहानी भी लोगों के दिलों को छू सकती है। कभी ये कहानी हंसाती है, तो कभी भावुक कर देती है। इसी तरह की एक दिलचस्प और भावनात्मक कहानी रविवार को अभिनेता, गायक और नेता बाबुल सुप्रियो ने साझा की। यह कहानी न केवल एक पिता की मजबूरी और बच्चों की मासूम चाहत से जुड़ी है, बल्कि भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी महेंद्र सिंह धोनी के प्रति लोगों के प्यार को भी दर्शाती है।

रविवार को बाबुल सुप्रियो ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक थ्रोबैक वीडियो पोस्ट किया। इस वीडियो में उनके बच्चे भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रांची स्थित घर के बाहर खेलते नजर आ रहे हैं। वीडियो साधारण है, लेकिन इसके पीछे की कहानी बेहद खास है। इस वीडियो के साथ बाबुल सुप्रियो ने एक कैप्शन लिखा, जिसमें उन्होंने पूरे घटनाक्रम को बड़े ही सहज और भावनात्मक अंदाज में बताया।

बाबुल सुप्रियो ने कहा, "वीडियो में दिख रही बच्ची मेरी बेटी नैना है और उसके साथ उसका भाई गोलू है। दोनों बच्चे दादा-दादी के साथ रांची घूमने गए थे। बच्चों की सबसे बड़ी इच्छा थी कि वे अपने पसंदीदा क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से मिल सकें। इसी चाहत में वे धोनी के घर के गेट तक पहुंच गए। बच्चों ने वहां तैनात वॉचमैन से बात की और मासूम अंदाज में मेरा विजिटिंग कार्ड भी दिखाया और बताया कि, 'मेरे पापा मंत्री हैं', लेकिन यह सब करने के बावजूद उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं मिली।"

उन्होंने कैप्शन में लिखा, "जब बच्चों की कोशिशें नाकाम रहीं तो उन्होंने मुझे फोन किया और मदद मांगने लगे। मैंने बच्चों को समझाया कि महेंद्र सिंह धोनी से मिलना आसान नहीं है। बहुत कम लोगों के पास धोनी का फोन नंबर होता है और मैं खुद भी फोन का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करता। यह सुनकर बच्चे थोड़े निराश हो गए और मजाकिया अंदाज में उन्होंने मैसेज और वॉइस नोट भेजकर चिढ़ाना शुरू कर दिया।"

बाबुल सुप्रियो ने बताया कि उन्होंने मैसेज में 'डम्बो' तक लिखकर भेजा और बुरी तरह ट्रोल किया।

बाबुल सुप्रियो ने कहा, "मुझे इस बात का दुख है कि मैं अपने बच्चों की इच्छा पूरी करने के लिए कुछ नहीं कर सका, लेकिन यह देखकर मेरा दिल भर आया कि महेंद्र सिंह धोनी को बच्चों से लेकर बड़ों तक कितना प्यार मिलता है। ऐसा सम्मान और प्यार बहुत कम लोगों को नसीब होता है।"

Point of View

व्यक्तिगत संबंध हमेशा प्राथमिक होते हैं।
NationPress
21/12/2025

Frequently Asked Questions

बाबुल सुप्रियो ने अपने बच्चों को धोनी से क्यों नहीं मिलवाया?
बाबुल सुप्रियो अपने बच्चों को धोनी से नहीं मिलवा सके क्योंकि घर के बाहर वॉचमैन ने उन्हें अंदर जाने की इजाजत नहीं दी।
बाबुल सुप्रियो के बच्चे धोनी से मिलना क्यों चाहते थे?
बाबुल सुप्रियो के बच्चे धोनी के बड़े प्रशंसक हैं और उनसे मिलने की इच्छा रखते थे।
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