क्या बाराबंकी में ट्रक और कार की टक्कर ने छह जिंदगियां लील ली?
                                सारांश
Key Takeaways
- बाराबंकी में सड़क दुर्घटना में छह लोगों की जान गई।
 - घायलों को लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया है।
 - दुर्घटना का कारण तेज रफ्तार बताया गया है।
 - स्थानीय लोगों ने सुरक्षा के उपायों की मांग की है।
 - मृतकों में एक ही परिवार के सदस्य शामिल हैं।
 
बाराबंकी, 4 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के देवा-फतेहपुर मार्ग पर सोमवार रात बिशुनपुर कस्बे के निकट एक गंभीर सड़क दुर्घटना में छह लोगों की जान चली गई, जबकि दो लोग बुरी तरह घायल हो गए। इनमें से तीन मृतक एक ही परिवार के सदस्य थे।
जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना तब घटी जब एक तेज रफ्तार ट्रक और बिना नंबर की अर्टिगा कार आमने-सामने टकरा गई। टक्कर की तीव्रता इतनी अधिक थी कि अर्टिगा के परखच्चे उड़ गए और आसपास के क्षेत्र में हंगामा मच गया।
मृतकों की पहचान श्रीकांत शुक्ला, प्रदीप सोनी, उनकी पत्नी माधुरी सोनी, और उनके बेटे नितिन के रूप में हुई है। अन्य दो मृतकों की पहचान अभी बाकी है। घायलों में प्रदीप सोनी का बेटा नैमिष और एक अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। बताया गया है कि ये सभी लोग कानपुर के बिठूर में गंगा स्नान के बाद घर लौट रहे थे।
घटना की सूचना पर जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय मौके पर पहुंचे। पुलिस ने स्थानीय लोगों की सहायता से घायलों को कार से बाहर निकाला और एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए सभी घायलों को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया।
एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह दुर्घटना वाहन की तेज रफ्तार के कारण हुई प्रतीत होती है। ट्रक और कार की टक्कर के बाद सड़क पर लंबा जाम लग गया था। क्रेन की मदद से वाहनों को हटाकर यातायात को बहाल किया गया। शुरुआती जांच में पता चला कि मृतक फतेहपुर कस्बे के निवासी थे और ये लोग गाड़ी बुक करके आए थे। दूसरी तरफ से तेज रफ्तार में गाड़ी आई थी, जिससे टक्कर हुई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवधेश कुमार यादव ने बताया कि घायलों को पहले सीएचसी से जिला अस्पताल लाया गया था, लेकिन उनकी स्थिति गंभीर होने के कारण सभी को लखनऊ ट्रामा सेंटर भेजा गया है।
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि देवा-फतेहपुर मार्ग पर गति नियंत्रण के लिए ठोस उपाय किए जाएं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों।