क्या जम्मू कश्मीर के बारामूला में 12000 से ज्यादा लोगों ने तिरंगा यात्रा निकाली?

सारांश
Key Takeaways
- बारामूला में 12,000 लोगों की तिरंगा यात्रा ने एकता का संदेश दिया।
- 'हर घर तिरंगा' अभियान को बढ़ावा देने के लिए यह यात्रा आयोजित की गई।
- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस यात्रा की अगुवाई की।
- तिरंगा यात्रा ने देशभक्ति की भावना को प्रबल किया।
- यह आयोजन स्थानीय नागरिकों के बीच भाईचारे को बढ़ावा देता है।
बारामूला, 11 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सोमवार को 'हर घर तिरंगा' मुहिम के अंतर्गत तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया, जिसमें 12,000 से अधिक लोगों ने भाग लिया।
जम्मू कश्मीर के एलजी कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें लोग तिरंगा यात्रा निकालते हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रिय और विजयी तिरंगा दुनिया में ऊंचा लहराए। बारामूला में 12,000 से ज्यादा लोग तिरंगा यात्रा में शामिल हुए, जहां हर वर्ग के नागरिक 2 किलोमीटर लंबा तिरंगा लेकर चल रहे थे। सभी ने गर्व से सिर ऊंचा करके मार्च किया।
इसी बीच, मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में एक भव्य तिरंगा यात्रा का आयोजन हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री जीप में सवार थे और उनके साथ मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और प्रद्युम्न सिंह तोमर भी मौजूद थे। यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री ने लोगों पर पुष्प वर्षा करते हुए आगे बढ़ते रहे।
तिरंगा यात्रा के मार्ग पर कई जगह स्वागत द्वार बनाए गए थे, जहाँ लोग तिरंगा यात्रा का स्वागत करते हुए पुष्पवर्षा कर रहे थे। यह यात्रा सिटी सेंटर, गांधी रोड और आकाशवाणी तिराहा होते हुए राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय के प्रवेश द्वार तक पहुंची, जहाँ मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत यह जश्न मनाया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की सेना द्वारा प्रदर्शित पराक्रम वास्तव में अद्भुत है। मेरी ओर से सभी को बधाई।