क्या बीसीसीआई ने दलीप ट्रॉफी से पहले फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप लगाया?

सारांश
Key Takeaways
- बीसीसीआई द्वारा आयोजित फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप में 22 गेंदबाज शामिल हुए।
- कैंप का उद्देश्य खिलाड़ियों को कौशल और फिटनेस में सुधार करना है।
- 28 अगस्त से दलीप ट्रॉफी का आयोजन शुरू होने वाला है।
बेंगलुरु, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। 28 अगस्त से दलीप ट्रॉफी का आयोजन होने वाला है, जिससे पहले बीसीसीआई ने बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में एक फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप आयोजित किया है।
दलीप ट्रॉफी में 28 अगस्त को पहला क्वार्टर फाइनल नॉर्थ जोन और ईस्ट जोन के बीच खेला जाएगा। उसी दिन दूसरे क्वार्टर फाइनल में सेंट्रल जोन की टीम नॉर्थ ईस्ट जोन से भिड़ेगी।
इस फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप में 22 गेंदबाजों ने एक गहन कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें कौशल, फिटनेस और तेज गेंदबाजी शामिल थी। इसमें 14 टारगेटेड पेसर्स और 8 अंडर-19 खिलाड़ी शामिल थे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने रविवार को अपने 'एक्स' अकाउंट पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया, "बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में 14 टारगेटेड और 8 अंडर-19 तेज गेंदबाजों ने फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट प्रोग्राम में भाग लिया, जो पिछले कुछ वर्षों में एक महत्वपूर्ण पहल रही है।"
बीसीसीआई ने आगे कहा, "खिलाड़ियों ने फिटनेस मूल्यांकन के साथ-साथ अपने कौशल को निखारने और रणनीतिक समझ विकसित करने पर भी ध्यान दिया। यह बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के फास्ट बॉलिंग कोच ट्रॉय कूली की देखरेख में हुआ, ताकि आगामी सीजन के लिए खिलाड़ियों को तैयार किया जा सके।"
बीसीसीआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले हर्षित राणा और अंशुल कंबोज नजर आए। इसके अलावा सिमरजीत सिंह, तुषार देशपांडे, सूर्यांश शेदगे, गुरजपनीत सिंह और युद्धवीर सिंह चरक भी इस कैंप का हिस्सा थे।
दिलचस्प बात यह है कि इस कैंप में सुयश शर्मा और श्रेयस अय्यर भी शामिल हुए, जिससे यह संकेत मिलता है कि वे भी कोचिंग सेंटर में नियमित फिटनेस टेस्ट का हिस्सा थे।
उम्मीद की जा रही है कि इस फास्ट बॉलिंग डेवलपमेंट कैंप से जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और मोहम्मद शमी जैसे गेंदबाजों के विकल्प मिल सकते हैं। हाल ही में इंग्लैंड दौरे पर बुमराह का वर्कलोड मैनेजमेंट भारतीय क्रिकेट टीम के लिए निरंतर असमंजस का कारण बन रहा था।