क्या भारत और भारत के फिनटेक का महत्व विश्व स्तर पर बढ़ रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 का महत्व
- महिलाओं का वित्तीय समावेशन
- भारत का यूपीआई प्लेटफार्म
- डिजिटल भुगतान के अवसर
- महिलाओं के नेतृत्व में समावेशन
मुंबई, 8 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 के संदर्भ में, विमेंस वर्ल्ड बैंकिंग की साउथ एशिया क्षेत्रीय प्रमुख कल्पना अजायन ने बुधवार को कहा कि जब हम वित्तीय समावेशन की चर्चा करते हैं, तो ग्लोबल फिनटेक जैसे प्लेटफार्म को विभिन्न हितधारकों के साथ सहयोग करने का एक महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है।
उन्होंने न्यूज एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण है कि वित्तीय समावेशन केवल महिलाओं का समावेशन नहीं होना चाहिए, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व वाला समावेशन होना चाहिए।"
अजायन ने बताया कि विमेंस वर्ल्ड बैंकिंग में महिलाओं का वित्तीय समावेशन संगठन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण दृष्टिकोण है।
उन्होंने कहा, "यह एक ऐसा कारक है जो बड़ा अंतर पैदा कर सकता है। महिलाओं को ही महिलाओं के समावेशन का नेतृत्व करना होगा।"
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में रूट मोबाइल के संस्थापक, प्रबंध निदेशक और सीईओ राजदीप गुप्ता ने पीएम मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि डिजिटल इंडिया की पहल कहीं न कहीं पीएम की ही देन है।
उन्होंने राष्ट्र प्रेस से कहा, "वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा यूपीआई प्लेटफार्म भारत के पास है। अन्य कंपनियाँ हमें उदाहरण के तौर पर पेश करती हैं, जो यह दर्शाती है कि वैश्विक स्तर पर भारत और भारत के फिनटेक का महत्व बढ़ रहा है। आने वाले समय में यह और भी उन्नति करेगा।"
अमेजन पे, भारत के निदेशक विकास बंसल ने कहा कि हम अपने ग्राहकों को सभी प्रकार के भुगतान विकल्प उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं। हम क्रेडिट कार्ड, बाय नाउ पे लेटर, वॉलेट या यूपीआई के जरिए भुगतान करने के विभिन्न विकल्प प्रदान करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "हम इसे और अधिक विश्वसनीय, सुविधाजनक और लाभकारी बनाने के लिए प्रयासरत हैं। इसलिए हमने हाल ही में यूपीआई बायोमेट्रिक ऑथराइजेशन शुरू किया है, जिससे अब उपयोगकर्ता केवल बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण से भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए पिन डालने की जरूरत नहीं होगी, न ही ओटीपी का इंतजार करना होगा।"